Edited By Radhika,Updated: 23 Aug, 2025 01:35 PM

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इनकम टैक्स एक्ट 2025 को मंजूरी दे दी है। यह नया कानून 1 अप्रैल, 2026 से लागू होगा और 1961 के पुराने कानून की जगह लेगा। सरकार का मकसद टैक्स कानूनों को आसान और आधुनिक बनाना है।
नेशनल डेस्क: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इनकम टैक्स एक्ट 2025 को मंजूरी दे दी है। यह नया कानून 1 अप्रैल, 2026 से लागू होगा और 1961 के पुराने कानून की जगह लेगा। सरकार का मकसद टैक्स कानूनों को आसान और आधुनिक बनाना है। खास बात यह है कि इस नए कानून से टैक्स की दरों में कोई बदलाव नहीं होगा। 12 अगस्त को संसद ने इस बिल को पास किया था। विशेषज्ञों का मानना है कि यह भारत की प्रत्यक्ष कर प्रणाली को और भी पारदर्शी और टैक्स देने वालों के लिए अनुकूल बनाएगा।
नए कानून की मुख्य बातें
सरल और छोटा: पुराने कानून में 819 धाराएं और 47 अध्याय थे, जबकि नए कानून में सिर्फ 536 धाराएं और 23 अध्याय हैं। इसमें शब्दों की संख्या भी 5.12 लाख से घटाकर 2.6 लाख कर दी गई है।
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उदाहरण और फॉर्मूले: पहली बार 39 नए टेबल्स और 40 नए फॉर्मूले शामिल किए गए हैं। इससे टैक्स से जुड़ी गणनाओं को समझना आसान होगा, क्योंकि अब सिर्फ टेक्स्ट के बजाय उदाहरणों से समझाया जाएगा।
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पुरानी बातें खत्म: पुराने और बेकार के प्रावधानों को हटा दिया गया है। भाषा को भी पहले से ज्यादा व्यावहारिक बनाया गया है। अब बिल के पन्ने भी 823 से घटकर 622 रह गए हैं।
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'असेसमेंट ईयर' की जगह 'टैक्स ईयर': अब 'असेसमेंट ईयर' की जगह 'टैक्स ईयर' का इस्तेमाल होगा, जिससे समझने में आसानी होगी।
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टीडीएस रिफंड: अब अगर कोई तय समयसीमा के बाद भी रिटर्न फाइल करता है, तो उसे टीडीएस रिफंड क्लेम करने की अनुमति मिल जाएगी।
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क्रिप्टो एसेट्स पर नया नियम: अब क्रिप्टो एसेट्स को भी 'अनडिस्क्लोज्ड इनकम' (अघोषित आय) माना जाएगा। पहले इस श्रेणी में सिर्फ नकद, सोना-चांदी और गहने शामिल थे।