Edited By Radhika,Updated: 08 Sep, 2025 06:17 PM

देश को 9 सितंबर को नया उपराष्ट्रपति मिल जाएगा। इस चुनाव से पहले दो प्रमुख क्षेत्रीय दलों - के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारतीय राष्ट्र समिति (BRS) और नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजू जनता दल (BJD) ने मतदान से किनारा कर लिया है। दोनों पार्टियों...
नेशनल डेस्क: देश को 9 सितंबर को नया उपराष्ट्रपति मिल जाएगा। इस चुनाव से पहले दो प्रमुख क्षेत्रीय दलों - के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारतीय राष्ट्र समिति (BRS) और नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजू जनता दल (BJD) ने मतदान से किनारा कर लिया है। दोनों पार्टियों का कहना है कि वे राष्ट्रीय स्तर पर किसी भी गठबंधन यानी NDA और INDIA ब्लॉक से समान दूरी बनाए रखेंगे।

BRS ने बताई वजह-
BRS के कार्यकारी अध्यक्ष के. टी. रामा राव (KTR) ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी का यह फैसला तेलंगाना में किसानों को हो रही परेशानी की एक कारण है। तेलंगाना में किसानों द्वारा यूरिया की भारी कमी महसूस की गई है, जिसके चलते कतारों में लगने और झगड़ने को मजबूर हैं।
केटीआर ने भाजपा और कांग्रेस दोनों पर इस मुद्दे को हल करने में विफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उपराष्ट्रपति चुनाव में NOTA (इनमें से कोई नहीं) का विकल्प होता, तो उनकी पार्टी उसी का इस्तेमाल करती।

BJD का फोकस ओडिशा पर
BJD के नेता सस्मित पात्रा ने अपनी पार्टी के फैसले के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष नवीन पटनायक ने वरिष्ठ नेताओं और सांसदों के साथ चर्चा करने के बाद यह निर्णय लिया है। पात्रा ने कहा, "हमारी पार्टी की प्राथमिकता ओडिशा और ओडिशा के साढ़े चार करोड़ लोगों का विकास और कल्याण है। हम NDA और INDIA ब्लॉक दोनों से समान दूरी बनाए हुए हैं।"
क्या है उपराष्ट्रपति चुनाव का समीकरण?
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मतदान की तारीख: 9 सितंबर, सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक।
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उम्मीदवार:
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मतदाता: इस चुनाव में सिर्फ लोकसभा और राज्यसभा के सांसद वोट डालते हैं।
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क्यों हो रहा है चुनाव?