Edited By Radhika,Updated: 23 Oct, 2025 12:28 PM

फैटी लिवर की बीमारी बहुत आम हो गई है। यह बीमारी भी दो तरह की होती है। पहली- अल्कोहॉलिक फैटी लिवर (AFLD) और दूसरी नॉन-अल्कोहॉलिक फैटी लिवर (NAFLD)। नॉन-अल्कोहॉलिक फैटी लिवर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जो लिवर में अतिरिक्त फैट जमा होने के कारण होता...
नेशनल डेस्क: फैटी लिवर की बीमारी बहुत आम हो गई है। यह बीमारी भी दो तरह की होती है। पहली- अल्कोहॉलिक फैटी लिवर (AFLD) और दूसरी नॉन-अल्कोहॉलिक फैटी लिवर (NAFLD)। नॉन-अल्कोहॉलिक फैटी लिवर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जो लिवर में अतिरिक्त फैट जमा होने के कारण होता है।
इसी संबंध में अमेरिका की थायरॉइड और पीसीओएस हेल्थ एक्सपर्ट ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक महत्वपूर्ण वीडियो शेयर किया है। उन्होंने खुलासा किया है कि कौन सी चीज़ लिवर के लिए सबसे खतरनाक है, जिससे यदि बचा जाए तो लिवर को स्वस्थ रखा जा सकता है।

'हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप' है सबसे खतरनाक
ज्यादातर लोगों को लगता है कि फ्राइज, बर्गर, नॉनवेज, घी या मक्खन जैसी सैचुरेटेड फैट वाली चीजें ही लिवर को सबसे ज़्यादा नुकसान पहुंचाती हैं। एक्सपर्ट के अनुसार यह सच नहीं है। उन्होंने साफ किया कि लिवर के लिए सबसे खराब चीज़ High Fructose Corn Syrup – HFCS है। रिसर्च भी इस बात की पुष्टि करती है कि HFCS काफी खतरनाक है और इसका सीधा संबंध नॉन-अल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) से है।
डॉक्टर स्ज्नाइडर ने वीडियो में समझाया, "ग्लूकोज के विपरीत, फ्रुक्टोज लिवर में बहुत आसानी से फैट में बदल जाता है, जिससे लिवर डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है।"
किन चीजों से बचें?
यह हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप आमतौर पर प्रोसेस्ड फूड्स जैसे कुकीज, कैंडीज, ठंडी ड्रिंक्स और सॉस में पाया जाता है।

क्या होता है फ्रुक्टोज?
फ्रुक्टोज एक प्रकार की चीनी है जिसका उपयोग मीठी ड्रिंक्स, स्नैक्स और फ्लेवर्ड योगर्ट में किया जाता है। फ्रुक्टोज प्राकृतिक रूप से फलों और सब्जियों में भी होता है, लेकिन इंडस्ट्रियल फ्रुक्टोज (सुक्रोज और हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप) लिवर के लिए हानिकारक होता है। हैरानी की बात यह है कि इंडस्ट्रियल फ्रुक्टोज लगभग सभी प्रकार की ड्रिंक्स और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल किया जाता है।
यह इंडस्ट्रियल फ्रुक्टोज ही NAFLD का एक प्रमुख कारण है, क्योंकि जब हम इसका सेवन करते हैं, तो यह लिवर में प्रोसेस होता है और आँत की परत को प्रभावित करता है। इससे फैट बनाने वाले पदार्थों का अवशोषण बढ़ जाता है, जिससे लिवर में फैट जमा होता रहता है। लिवर को स्वस्थ रखने के लिए इन प्रोसेस्ड मीठी चीजों से दूरी बनाना आवश्यक है।