सावधान! जीभ साफ करने की ये आदत आपको दे सकती है खतरनाक इंफेक्शन, न करें इसे नज़रअंदाज़

Edited By Updated: 24 Dec, 2025 10:31 AM

tongue scraping can be costly

आजकल सोशल मीडिया पर टंग स्क्रैपिंग यानी जीभ साफ करना एक बड़ा हेल्थ ट्रेंड बन गया है। इन्फ्लुएंसर्स और वीडियो में दावा किया जाता है कि जीभ पर जमी सफेद परत को खुरचकर हटाने से सांसों की बदबू (Bad Breath) तुरंत खत्म हो जाती है और मुंह फ्रेश हो जाता...

Tongue Clean Risk : आजकल सोशल मीडिया पर टंग स्क्रैपिंग यानी जीभ साफ करना एक बड़ा हेल्थ ट्रेंड बन गया है। इन्फ्लुएंसर्स और वीडियो में दावा किया जाता है कि जीभ पर जमी सफेद परत को खुरचकर हटाने से सांसों की बदबू (Bad Breath) तुरंत खत्म हो जाती है और मुंह फ्रेश हो जाता है लेकिन डॉक्टरों और विशेषज्ञों ने इस पर एक बड़ी चेतावनी जारी की है। क्या आप जानते हैं कि आपकी यह छोटी सी आदत आपके दिल (Heart) को खतरे में डाल सकती है?

कैसे काम करता है टंग स्क्रैपर और क्या है जोखिम?

टंग स्क्रैपर का इस्तेमाल जीभ की सतह पर जमा बैक्टीरिया, मृत कोशिकाओं और खाने के कणों को निकालने के लिए किया जाता है। कई लोग इसे टूथब्रश से ज्यादा प्रभावी मानते हैं। जब आप मेटल या प्लास्टिक के स्क्रैपर से जोर लगाकर जीभ साफ करते हैं तो जीभ की नाजुक त्वचा पर बेहद बारीक कट लग सकते हैं। ये कट इतने छोटे होते हैं कि नग्न आंखों से दिखाई भी नहीं देते। इन सूक्ष्म घावों के जरिए मुंह के खतरनाक बैक्टीरिया सीधे आपके रक्त प्रवाह (Bloodstream) में प्रवेश कर जाते हैं।

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टंग स्क्रैपिंग और दिल का इंफेक्शन: एंडोकार्डाइटिस (Endocarditis)

'पबमेड सेंट्रल' (PubMed Central) में छपी एक रिसर्च के अनुसार जीभ के जरिए खून में पहुंचे बैक्टीरिया दिल के वाल्व और उसकी अंदरूनी परत तक पहुंच सकते हैं। इससे एंडोकार्डाइटिस नामक जानलेवा बीमारी हो सकती है।

  1. क्या है एंडोकार्डाइटिस? यह दिल के वाल्व में होने वाला एक गंभीर संक्रमण है।

  2. मृत्यु दर: विशेषज्ञों के अनुसार इस बीमारी में मृत्यु दर 15% से 30% तक हो सकती है।

  3. किसे है ज्यादा खतरा? जिन लोगों को पहले से हार्ट की बीमारी है जिनका हार्ट वाल्व बदला गया है जिन्हें पेसमेकर लगा है या जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है उनके लिए टंग स्क्रैपिंग बहुत जोखिम भरी हो सकती है।

 

यह भी पढ़ें: ISRO created history: भारत की बड़ी उड़ान! ISRO ने लॉन्च किया अब तक का सबसे भारी सैटेलाइट

 

एंडोकार्डाइटिस के मुख्य लक्षण

अगर जीभ साफ करने की आदत के बाद आपको ये लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:

  • लगातार हल्का बुखार और कमजोरी महसूस होना।

  • सांस फूलना या दिल की धड़कन का अनियमित होना।

  • पैरों, हाथों या पेट में अचानक सूजन आना।

  • अचानक वजन कम होना।

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डॉक्टरों की सलाह: सुरक्षित तरीका क्या है?

दंत चिकित्सकों (Dentists) के अनुसार मुंह की सफाई के लिए ट्रेंड के पीछे भागने के बजाय सुरक्षित तरीके अपनाएं:

  • सॉफ्ट ब्रश का इस्तेमाल: जीभ को खुरचने के बजाय नरम बालों वाले टूथब्रश से हल्के हाथों से साफ करें। यह उतना ही असरदार और कहीं ज्यादा सुरक्षित है।

  • सफाई का सही तरीका: दिन में दो बार ब्रश करें और फ्लॉस (Floss) करना न भूलें।

  • जड़ तक जाएं: अगर सांसों की बदबू लगातार बनी हुई है तो यह केवल जीभ की गंदगी नहीं बल्कि पेट की खराबी, मसूड़ों की बीमारी या कैविटी का संकेत हो सकता है।

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