Edited By Mehak,Updated: 13 Dec, 2025 01:32 PM

उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद के लिए पंकज चौधरी का नाम सबसे आगे माना जा रहा है। वह वर्तमान में केंद्र सरकार में वित्त राज्य मंत्री हैं और महाराजगंज से सात बार सांसद रह चुके हैं। पार्टी के भीतर उनके नाम पर लगभग सहमति बन चुकी है। कुर्मी समुदाय से आने...
UP BJP President News : उत्तर प्रदेश भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर आज, शनिवार को नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो रही है। इस पद के लिए कई नाम चर्चा में हैं, लेकिन सबसे आगे पंकज चौधरी का नाम माना जा रहा है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, रविवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल उनके नाम का औपचारिक ऐलान कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और संगठन में उनके नाम पर लगभग सहमति बन चुकी है।
पंकज चौधरी फिलहाल केंद्र सरकार में वित्त राज्य मंत्री हैं। वह भाजपा के बड़े कुर्मी नेताओं में गिने जाते हैं और पूर्वी उत्तर प्रदेश की राजनीति में उनका मजबूत प्रभाव माना जाता है। पंकज चौधरी महाराजगंज लोकसभा सीट से सात बार सांसद चुने जा चुके हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत 1989 में गोरखपुर नगर निगम के पार्षद के रूप में की थी। इसके बाद संगठन और चुनावी राजनीति में उन्होंने लगातार अहम भूमिकाएं निभाईं।
उनकी राजनीतिक ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जाता है कि करीब दो साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद उनके घर पहुंचे थे। उस समय इससे जुड़ी तस्वीरें और खबरें काफी चर्चा में रही थीं। पार्टी के भीतर उन्हें एक साफ-सुथरी और विवादों से दूर छवि वाला नेता माना जाता है, जो उनके नाम को मजबूत दावेदार बनाती है।
पंकज चौधरी का जन्म 20 नवंबर 1964 को गोरखपुर में हुआ था। वह कुर्मी समुदाय से आते हैं, जिसका पूर्वी उत्तर प्रदेश में खासा राजनीतिक असर माना जाता है। 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद दिए गए हलफनामे के अनुसार, उनके पास करीब 41.5 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जिसमें कृषि भूमि के साथ आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियां शामिल हैं।
उनका परिवार भी सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों से जुड़ा रहा है। उनके पिता स्वर्गीय भगवती प्रसाद चौधरी एक बड़े जमींदार थे। उनकी मां उज्ज्वला चौधरी महाराजगंज जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी हैं। उनकी पत्नी भाग्यश्री चौधरी सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं, जबकि उनके एक बेटा और एक बेटी फिलहाल राजनीति से दूर हैं।
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, भाजपा पंकज चौधरी को आगे कर कुर्मी समुदाय में अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहती है। उत्तर प्रदेश में कुर्मी मतदाता करीब 6 से 10 प्रतिशत माने जाते हैं और 40 से 50 विधानसभा सीटों पर उनकी भूमिका निर्णायक रहती है। पहले भी भाजपा इस रणनीति पर काम कर चुकी है और 2022 में स्वतंत्र देव सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था, जो इसी समुदाय से आते हैं।
ऐसे में अगर पंकज चौधरी को उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिलती है, तो इसे पार्टी की सामाजिक और राजनीतिक संतुलन की रणनीति के तौर पर एक अहम कदम माना जा रहा है।