Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 13 Jul, 2025 09:01 AM

हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े सैन्य तनाव के बाद कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं, जिनमें सबसे गंभीर सवाल यह था कि क्या पाकिस्तान परमाणु हमले की तैयारी कर रहा था? लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इन आशंकाओं को पूरी तरह खारिज...
नेशनल डेस्क: हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े सैन्य तनाव के बाद कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं, जिनमें सबसे गंभीर सवाल यह था कि क्या पाकिस्तान परमाणु हमले की तैयारी कर रहा था? लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इन आशंकाओं को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि उनका देश अपने परमाणु हथियारों का इस्तेमाल सिर्फ आत्मरक्षा के लिए करता है, न कि किसी हमले के लिए। शहबाज शरीफ ने इस्लामाबाद में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, "हमारा न्यूक्लियर प्रोग्राम किसी पर हमला करने के लिए नहीं है। यह केवल हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और आत्मरक्षा के लिए है।" उन्होंने आगे कहा कि भारत के साथ हुई सैन्य झड़पों में 55 पाकिस्तानी नागरिकों की जान गई, लेकिन पाकिस्तान ने हर हमले का "पूरी ताकत से जवाब दिया।"
भारत का जवाबी हमला: ऑपरेशन सिंदूर
पाक पीएम का यह बयान तब आया जब भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद नौ आतंकवादी ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की। ये हमले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का जवाब थे जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ ने ली थी। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ बहावलपुर समेत कई आतंकी शिविरों को निशाना बनाया। भारतीय सेना की इस निर्णायक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की ओर से सैन्य जवाब की उम्मीद की जा रही थी, जिसके चलते परमाणु हमले की संभावना पर चर्चाएं तेज हो गई थीं।
फील्ड मार्शल आसिम मुनीर को राष्ट्रपति बनाने की अफवाहें
पाकिस्तान के भीतर राजनीतिक हलचलों के बीच यह भी चर्चा थी कि सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर को देश का राष्ट्रपति बनाया जा सकता है और मौजूदा राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को पद से हटाने की योजना चल रही है। इन अफवाहों पर भी शहबाज शरीफ ने विराम लगाते हुए कहा, "आसिम मुनीर ने कभी राष्ट्रपति बनने की इच्छा नहीं जताई है और न ही ऐसी कोई योजना है।" उन्होंने कहा कि उनके, राष्ट्रपति जरदारी और सेना प्रमुख मुनीर के बीच संबंध "सम्मान और विश्वास" पर आधारित हैं और किसी तरह की खींचतान या सत्ता संघर्ष नहीं है।
विदेशी साजिश का आरोप: नकवी ने की बयानबाज़ी
गृह मंत्री मोसिन नकवी ने इन अफवाहों को "विदेशी दुश्मनों" की साजिश करार देते हुए कहा कि यह सब एक दुष्प्रचार अभियान का हिस्सा है। X (पूर्व में ट्विटर) पर उन्होंने कहा, “हमें पता है ये झूठी कहानियां कौन फैला रहा है। चाहे जो कर लें, हम पाकिस्तान को मजबूत बनाकर ही रहेंगे।” गौरतलब है कि आसिम मुनीर को 2022 में तीन साल के लिए सेना प्रमुख नियुक्त किया गया था, लेकिन बाद में सरकार ने उनका कार्यकाल बढ़ाकर पांच साल कर दिया था। इसके बाद से ही उनके राजनीति में आने की चर्चा चल रही थी।