Dengue Symptoms: डेंगू होने के कितने दिन बाद इसके लक्षण का लगता है पता, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

Edited By Updated: 13 Sep, 2025 08:31 PM

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देश के कई राज्यों में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यह मच्छरों से फैलने वाला वायरल संक्रमण बरसात में ज्यादा होता है। डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और लाल चकत्ते शामिल हैं। बचाव के लिए पानी जमा न होने दें,...

नेशनल डेस्क: देश के कई राज्यों में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यह मच्छरों से फैलने वाला वायरल संक्रमण बरसात के मौसम में हर साल अपना प्रकोप दिखाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हर साल लाखों लोग डेंगू से प्रभावित होते हैं, जिनमें से अधिकांश मामले एशियाई देशों में सामने आते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि डेंगू को सामान्य बुखार समझकर नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि समय पर इलाज न मिलने पर यह जानलेवा साबित हो सकता है। आइए जानते हैं डेंगू के लक्षण, खतरे और बचाव के उपायों के बारे में।

डेंगू का कारण और खतरा
डेंगू का संक्रमण एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है, जो साफ पानी में पनपता है और दिन के समय काटता है। यह मच्छर उन जगहों पर ज्यादा पनपता है, जहां पानी लंबे समय तक जमा रहता है, जैसे कूलर, गमले, पुराने टायर या खुले बर्तन। डेंगू वायरस खून में पहुंचकर प्लेटलेट्स की संख्या कम कर देता है, जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और पहले से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोग इस बीमारी के लिए ज्यादा संवेदनशील होते हैं। शहरी इलाकों में गंदगी और मच्छरों की बढ़ती संख्या के कारण यह बीमारी तेजी से फैल रही है। नमी और बारिश इस बीमारी के प्रसार की मुख्य वजह हैं।

डेंगू के लक्षण: कब बरतें सावधानी?
आरएमएल हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग के डॉ. सुभाष गिरि के अनुसार, डेंगू के लक्षण मच्छर के काटने के 4 से 10 दिन बाद दिखाई देना शुरू होते हैं। शुरुआत में हल्का बुखार और थकान महसूस होती है, जिसे लोग अक्सर सामान्य वायरल समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन धीरे-धीरे लक्षण गंभीर हो सकते हैं। डेंगू के प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं:

अचानक तेज बुखार

सिरदर्द और आंखों के पीछे दर्द

मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द (इसे “ब्रेक बोन फीवर” भी कहते हैं)

भूख कम लगना, मतली और उल्टी

शरीर पर लाल चकत्ते

मसूड़ों या नाक से खून आना

डॉ. गिरि के अनुसार, डेंगू में प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से कम हो सकती है। अगर समय पर इलाज न हो, तो यह डेंगू हेमोरेजिक फीवर या डेंगू शॉक सिंड्रोम में बदल सकता है, जो जानलेवा हो सकता है। इसलिए लक्षण दिखते ही तुरंत जांच और इलाज जरूरी है।

डेंगू से बचाव के उपाय
डेंगू से बचाव का कोई विशेष टीका या दवा उपलब्ध नहीं है, इसलिए सावधानी ही इसका सबसे प्रभावी उपाय है। निम्नलिखित उपाय अपनाकर आप डेंगू से बच सकते हैं:

घर और आसपास पानी जमा न होने दें।

कूलर, गमले और टंकियों को नियमित रूप से साफ करें।

बच्चों को पूरी बांह के कपड़े पहनाएं।

मच्छरदानी और मच्छर भगाने वाले रिपेलेंट का उपयोग करें।

खिड़कियों और दरवाजों पर जाली लगाएं।

बारिश के मौसम में विशेष सावधानी बरतें।

बुखार होने पर खुद से दवा न लें, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

विशेषज्ञों की सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि डेंगू से बचाव के लिए जागरूकता और साफ-सफाई सबसे जरूरी है। शहरी और ग्रामीण इलाकों में मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए सामुदायिक स्तर पर प्रयास किए जाने चाहिए। अगर आपको डेंगू के लक्षण दिखें, तो तुरंत नजदीकी अस्पताल में जांच करवाएं और डॉक्टर की सलाह लें। समय पर इलाज डेंगू को गंभीर होने से रोक सकता है।

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