Edited By Mamta Yadav,Updated: 24 Sep, 2025 03:19 PM

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने छात्र हित में एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य सरकार ने इस वर्ष छात्रवृत्ति को समय से पहले जारी करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। आमतौर पर फरवरी-मार्च में वितरित की जाने वाली छात्रवृत्ति इस बार नवरात्र (सितंबर) में...
Lucknow News: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने छात्र हित में एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य सरकार ने इस वर्ष छात्रवृत्ति को समय से पहले जारी करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। आमतौर पर फरवरी-मार्च में वितरित की जाने वाली छात्रवृत्ति इस बार नवरात्र (सितंबर) में ही छात्रों को दी जाएगी।
4 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को प्रत्यक्ष लाभ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 26 सितंबर को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, जूपिटर हॉल में इस कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर 4 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। वर्ष 2024 में जहां पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के 59 लाख छात्रों को छात्रवृत्ति का लाभ मिला था, वहीं वर्ष 2025 में यह संख्या बढ़कर 70 लाख से अधिक होने का अनुमान है।
छात्रवृत्ति केवल आर्थिक सहायता नहीं है, यह आत्मनिर्भरता का प्रतीक: मंत्री
छात्रवृत्ति वितरण की प्रक्रिया को अधिक सुचारु बनाने के लिए पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, समाज कल्याण विभाग और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने मिलकर संयुक्त रणनीति तैयार की है। इस विषय पर बोलते हुए राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण नरेन्द्र कश्यप ने कहा कि, "छात्रवृत्ति केवल आर्थिक सहायता नहीं है, यह आत्मनिर्भरता का प्रतीक और शिक्षा में प्रेरणा का माध्यम है।" उन्होंने आगे कहा, "सरकार का लक्ष्य है कि कोई भी प्रतिभाशाली छात्र आर्थिक कठिनाइयों के कारण पढ़ाई न छोड़े।"