Edited By ,Updated: 03 Sep, 2023 03:40 AM
देश में मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल 16 जून, 2024 तक है और संवैधानिक रूप से देश में इससे पहले नई लोकसभा का गठन होना जरूरी है। अत: देश में मार्च, अप्रैल व मई, 2024 के मध्य चुनाव हो सकते हैं।
देश में मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल 16 जून, 2024 तक है और संवैधानिक रूप से देश में इससे पहले नई लोकसभा का गठन होना जरूरी है। अत: देश में मार्च, अप्रैल व मई, 2024 के मध्य चुनाव हो सकते हैं। दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा गठबंधन की सरकार द्वारा निर्धारित समय से पहले लोकसभा चुनाव कराए जाने की आशंका व्यक्त की है। इस आशंका को भाजपा द्वारा पहले से ही शुरू कर रखी तैयारियों से बल मिलता है जिनके अंतर्गत भाजपा ने विभिन्न सुविधाएं देकर जनता को लुभाने के प्रयास भी शुरू कर रखे हैं।
* जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में गेहूं की सप्लाई घटने से इसकी कीमतें बढऩें लगीं तो सरकार ने 13 मई, 2022 को इसके निर्यात पर तुरंत प्रतिबंध लगा दिया और फिर 15 जुलाई, 2023 को सरकार ने खाद्य तेलों पर भी आयात शुल्क कम किया।
* 20 जुलाई, 2023 को गैर बासमती चावल और बाद में 26 अगस्त को मोटे चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया गया, ताकि देश में चावल की कमी के कारण दामों में तेजी न आए।
* 27 अगस्त, 2023 को बेरोजगारी दूर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 51,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए।
* 29 अगस्त को घरेलू गैस सिलैंडर की कीमतों में 200 रुपए की कटौती कर बहनों को रक्षाबंधन का उपहार दिया।
यात्रियों की सुविधा के लिए जहां सड़क और रेल मार्गों का विस्तार किया गया है, वहीं इस वर्ष अनेक तेज रफ्तार ‘वंदे भारत’ रेलगाडिय़ां भी शुरू की गई हैं। अभी तक देश में 18 ‘वंदे भारत’ रेलगाडिय़ां चलाई जा चुकी हैं। भाजपा शासित राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश आदि में अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई हैं। मध्य प्रदेश में लागू की गई ‘लाडली बहना योजना’ के अंतर्गत बहनों को दिए जाने वाले 1000 रुपए मासिक के स्थान पर अब अक्तूबर से 1250 रुपए मासिक देने की घोषणा की गई है।
इसी प्रकार उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा भी राज्य में महिलाओं, बच्चों, किसानों, श्रमिकों तथा आॢथक रूप से गरीब लोगों के लिए अनेक लोक कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई हैं। केंद्र में मोदी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि अयोध्या में राम जन्म भूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण है, जिसका चुनावों से बहुत पहले इसी वर्ष या जनवरी के शुरू में उद्घाटन कर दिया जाएगा। अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में भारत द्वारा 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान 3 को सफलतापूर्वक उतारना तथा 2 सितम्बर को सूर्य के अध्ययन के लिए ‘आदित्य एल-1’ मिशन सफलतापूर्वक भेजना शामिल है। यही नहीं, चुनावों में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए भाजपा ने संगठनात्मक बदलाव करते हुए चार राज्यों तेलंगाना, झारखंड, पंजाब और आंध्र प्रदेश के पार्टी अध्यक्ष भी बदल दिए हैं।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी सरकार ने अपनी और भारत की शान बढ़ाई है। वर्ष के शुरू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 से 25 मई तक जापान, पापुआ न्यू गिनी और आस्ट्रेलिया की यात्रा की, जबकि वह 20 से 24 जून को अमरीका के दौरे पर रहे और वहां उन्होंने अनेक जनसभाओं को सम्बोधित किया जिनमें रिकार्ड भीड़ जुटी। वह 13 से 15 जुलाई तक फ्रांस व यू.ए.ई. के दौरे पर भी गए।
उन्होंने 22 से 26 अगस्त तक दक्षिण अफ्रीका और यूनान का दौरा किया जिस दौरान उन्हें सम्मानित किया गया, जिसे भाजपा ने विश्व में भारत के बढ़ते प्रभाव की तरह पेश किया। दुबई के साथ भारत ने शिक्षा और नॉलेज शेयरिंग को लेकर समझौता किया, जबकि उनके आस्ट्रेलिया दौरे के बाद आस्ट्रेलिया ने खालिस्तानी रैफरैंडम को लेकर सख्त कदम उठाए तथा भारत के साथ भारतीयों की इमिग्रेशन बढ़ाने को लेकर समझौता भी किया। उपरोक्त कदमों के अलावा उठाए गए कई और छोटे-मोटेे कदम होंगे, जिनसे भाजपा नेतृत्व का हौसला बढ़ा है और वे चाहते हैं कि विरोधी दलों के इकट्ठा होने से पहले ही वे जल्द से जल्द चुनाव करवा दें, ताकि उन्हें इनका लाभ मिल सके।—विजय कुमार