Edited By jyoti choudhary,Updated: 30 Oct, 2025 11:48 AM

देश के तीसरे सबसे बड़े औद्योगिक समूह अडानी ग्रुप के शेयरों में बुधवार को जबरदस्त तेजी देखने को मिली। ग्रुप की सभी 10 लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई, जिससे ग्रुप का कुल मार्केट कैप 48,000 करोड़ रुपए से अधिक बढ़ गया। इस तेजी का सीधा...
बिजनेस डेस्कः देश के तीसरे सबसे बड़े औद्योगिक समूह अडानी ग्रुप के शेयरों में बुधवार को जबरदस्त तेजी देखने को मिली। ग्रुप की सभी 10 लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई, जिससे ग्रुप का कुल मार्केट कैप 48,000 करोड़ रुपए से अधिक बढ़ गया। इस तेजी का सीधा असर समूह के चेयरमैन गौतम अडानी की नेटवर्थ पर पड़ा। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स के मुताबिक, बुधवार को अडानी की दौलत में 2.74 अरब डॉलर (करीब ₹2.42 लाख करोड़) का इजाफा हुआ, जिससे उनकी कुल संपत्ति 92.9 अरब डॉलर तक पहुंच गई।

अडानी बने दुनिया के 19वें सबसे अमीर व्यक्ति
इस उछाल के साथ ही अडानी ने दुनिया के अमीरों की लिस्ट में एक पायदान की बढ़त हासिल की है और अब वे 19वें स्थान पर पहुंच गए हैं। इस साल अब तक उनकी नेटवर्थ में 14.2 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है।

अंबानी अभी भी एक पायदान आगे
भारत और एशिया के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी अभी भी अडानी से एक स्थान आगे यानी 18वें नंबर पर बने हुए हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन की नेटवर्थ बुधवार को 1.24 अरब डॉलर बढ़कर 106 अरब डॉलर हो गई। इस साल अब तक अंबानी की संपत्ति में 15.3 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है।
दुनिया के टॉप 10 अरबपति
- एलन मस्क – $472 अरब
- लैरी एलिसन (Oracle) – $336 अरब
- मार्क जकरबर्ग (Meta) – $264 अरब
- जेफ बेजोस (Amazon) – $253 अरब
- लैरी पेज (Google) – $239 अरब
- सर्गेई ब्रिन (Google) – $223 अरब
- बर्नार्ड अर्नॉल्ट (LVMH) – $197 अरब
- स्टीव बालमर (Microsoft) – $186 अरब
- जेंसन हुआंग (NVIDIA) – $180 अरब
- माइकल डेल (Dell Technologies) – $168 अरब
लैरी एलिसन की नेटवर्थ में बुधवार को 5.4 अरब डॉलर की गिरावट दर्ज की गई, हालांकि वे अभी भी दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बने हुए हैं।

भारत में बढ़ती आर्थिक ताकत
अडानी और अंबानी दोनों की तेजी से बढ़ती संपत्ति यह दिखाती है कि भारत अब वैश्विक स्तर पर उभरते निवेशकों और उद्योगपतियों का केंद्र बनता जा रहा है। अडानी ग्रुप की ऊर्जा, बंदरगाह, और इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में तेजी ने निवेशकों का भरोसा एक बार फिर मजबूत किया है।