Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Nov, 2025 11:26 AM

RIL shuts off Russian oil: भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर बातचीत तेज़ होने के बीच मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने अपनी जामनगर स्थित केवल निर्यात वाली रिफाइनरी में रूसी कच्चे तेल का इस्तेमाल बंद कर दिया है। कंपनी ने यह कदम यूरोपीय...
बिजनेस डेस्कः भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर बातचीत तेज़ होने के बीच मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने अपनी जामनगर स्थित केवल निर्यात वाली रिफाइनरी में रूसी कच्चे तेल का इस्तेमाल बंद कर दिया है। कंपनी ने यह कदम यूरोपीय संघ (EU) द्वारा लगाए गए कड़े प्रतिबंधों को देखते हुए उठाया है।
SEZ रिफाइनरी में रूसी तेल पर रोक
रिलायंस भारत में रूसी कच्चे तेल की सबसे बड़ी खरीदार मानी जाती है। जामनगर का विशाल शोधन परिसर दो रिफाइनरियों में बंटा है एक SEZ इकाई, जहां से EU, अमेरिका और अन्य देशों को ईंधन निर्यात किया जाता है और दूसरी पुरानी इकाई, जो घरेलू बाजार को सप्लाई करती है।
EU का बाजार रिलायंस के लिए बेहद अहम है। चूंकि यूरोपीय संघ ने रूस की ऊर्जा आमदनी घटाने के लिए रूसी कच्चे तेल और उससे बने उत्पादों पर सख्त प्रतिबंध लगाए हैं, इस वजह से कंपनी ने SEZ यूनिट में रूसी तेल का उपयोग रोकने का फैसला किया है।
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कंपनी के प्रवक्ता के मुताबिक, 20 नवंबर से SEZ रिफाइनरी में रूसी कच्चे तेल का आयात बंद कर दिया गया है और 1 दिसंबर से निर्यात होने वाले सभी ईंधन गैर-रूसी तेल से तैयार किए जाएंगे।
अमेरिका के प्रतिबंधों का भी असर
यह निर्णय ऐसे समय आया है जब अक्टूबर में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस की यूक्रेन संबंधी कार्रवाई को लेकर नए प्रतिबंध लगाए थे। इन प्रतिबंधों में रूस की प्रमुख तेल कंपनियों Lukoil और Rosneft पर रोक शामिल है।
रिलायंस ने पहले Rosneft के साथ करीब 5 लाख बैरल प्रतिदिन (500,000 BPD) कच्चा तेल खरीदने का दीर्घकालिक समझौता किया था लेकिन अमेरिका द्वारा लगाए गए नए प्रतिबंधों के बाद, अक्टूबर में ही संकेत मिले थे कि RIL इस दीर्घकालिक समझौते के तहत रूस से तेल लेना बंद कर सकती है।
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ट्रंप प्रशासन ने इसी दौरान भारत से होने वाले कुछ आयातों पर 50% तक टैरिफ बढ़ा दिया, जिसे रूस से भारत की बड़े पैमाने पर तेल खरीद का जवाब माना जा रहा है। ऐसे में भू-राजनैतिक दबाव और वैश्विक प्रतिबंधों के चलते रिलायंस ने निर्यात-उन्मुख रिफाइनरी में रूसी तेल से दूरी बनाना शुरू कर दिया है।