Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 May, 2019 02:51 PM
जेट एयरवेज को खरीदने के लिए अभी तक उसके संभावित खरीदारों ने भी कोई खास रुचि नहीं दिखाई है। इससे इस बात की आशंका बढ़ गई है कि कंपनी को दिवालिया प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा। इस बीच जेट एयरवेज के लिए बोली लगाने
नई दिल्लीः जेट एयरवेज को खरीदने के लिए अभी तक उसके संभावित खरीदारों ने भी कोई खास रुचि नहीं दिखाई है। इससे इस बात की आशंका बढ़ गई है कि कंपनी को दिवालिया प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा। इस बीच जेट एयरवेज के लिए बोली लगाने की योजना बना रहे कर्मचारी समूह के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को एसबीआई कैपिटल मार्केट के अधिकारियों के साथ बैठक की और बोली प्रक्रिया से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। कर्मचारियों की दो यूनियनों ने बयान में यह जानकारी दी।
कर्मचारी समूह के संकटग्रस्त एयरलाइन को अपने नियंत्रण में लेने के प्रस्ताव के दो दिन बाद यह बैठक हुई है। समूह ने बोली के लिए बाहरी निवेशकों से कम-से-कम 3,000 करोड़ रुपए की उम्मीद के साथ यह प्रस्ताव किया है।
गौरतलब है कि कभी देश के सबसे बड़े निजी एयरलाइंस रहे जेट को अपना कामकाज गत 17 अप्रैल को बंद करने पर मजबूर होना पड़ा था। कर्जदारों ने कंपनी को और कर्ज देने से मना कर दिया था।
न्यूज एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, 'कुछ सूत्रों ने बताया है कि जिन कंपनियों ने शुरुआती दौर में रुचि दिखाई थी, वे अब इस पर आगे कोई बात नहीं करना चाह रहे।' पिछले महीने भारतीय स्टेट बैंक ने यह संकेत दिया था कि 30 अप्रैल तक मामला निपटा लिया जाएगा लेकिन अब ऐसा लगता नहीं कि 10 मई से पहले बिडर्स की तरफ से कुछ सामने आएगा।
बयान के अनुसार मुंबई में हुई बैठक में एसबीआई कैपिटल के अधिकारियों ने बोली की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बोली फिलहाल जारी है, सोसाइटी फार वेलफेयर आफ इंडियन पायलट्स (एसडब्ल्यूआईपी) तथा जेट एयरक्राफ्ट मेनटेनेन्स इंजीनियर्स वेलफेयर एसोसिएशन (जेएएमईवीए) ने एक बयान में कहा है, 'एसबीआई कैपिटल की टीम ने कहा कि कर्जदाता स्थिति की समीक्षा कर सकते हैं और बोली प्रक्रिया पूरी होने तथा संतोषजनक समाधान नहीं निकलने पर किसी अन्य विकल्प या प्रस्ताव पर विचार कर सकते हैं। इसमें कर्मचारियों के मालिकाना हक का प्रस्ताव शामिल है।'