Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Mar, 2025 01:55 PM

डायबिटीज के इलाज में इस्तेमाल होने वाली प्रमुख दवा एम्पाग्लिफ्लोजिन (Empagliflozin) की कीमतों में 90% तक की गिरावट आई है। अब यह दवा सिर्फ ₹5.5 प्रति टैबलेट में उपलब्ध होगी, क्योंकि कई फार्मा कंपनियों ने इसका जेनेरिक वर्जन लॉन्च किया है। यह दवा
बिजनेस डेस्कः डायबिटीज के इलाज में इस्तेमाल होने वाली प्रमुख दवा एम्पाग्लिफ्लोजिन (Empagliflozin) की कीमतों में 90% तक की गिरावट आई है। अब यह दवा सिर्फ ₹5.5 प्रति टैबलेट में उपलब्ध होगी, क्योंकि कई फार्मा कंपनियों ने इसका जेनेरिक वर्जन लॉन्च किया है। यह दवा Boehringer Ingelheim (BI) की थी और इस महीने की शुरुआत में इसका पेटेंट खत्म हो गया, जिससे बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ गई। इससे पहले इस दवा का ब्रांडेड वर्जन Jardiance, जो BI का इनोवेटर ड्रग है, लगभग ₹60 प्रति टैबलेट में बिकता था।
दिल्ली की Mankind Pharma ने इस दवा के कई वेरिएंट और संयोजन बाजार में उतारे हैं, जिनकी कीमत ₹5.5 से ₹13.5 प्रति टैबलेट के बीच होगी। मुंबई की Glenmark Pharmaceuticals ने भी अपना जेनेरिक वर्जन लॉन्च किया। विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से डायबिटीज के मरीजों को सस्ती दवा उपलब्ध होगी, जिससे यह बाजार 5-6 गुना तक बढ़ सकता है।
भारत में 10 करोड़ से ज्यादा मधुमेह रोगी हैं और मधुमेह की दवाओं की मांग बढ़ रही है। भारत में 20,611 करोड़ रुपए का मधुमेह रोधी दवा बाजार सालाना 9 फीसदी या उससे ज्यादा की रफ्तार से बढ़ रहा है। मार्केट रिसर्च फर्म फार्मरैंक के अनुसार एम्पाग्लिफ्लोजिन के बाजार का आकार लगभग 758 करोड़ रुपए का है और इसकी 5 साल की सालाना चक्रवृद्धि रफ्तार 3 फीसदी है। इसलिए कि इसी वर्ग की एक और दवा (एसजीएलटी-2 अवरोधक) डेपाग्लिफ्लोजिन का पेटेंट 2020 के आसपास खत्म हो गया और जेनेरिक दवा आने के बाद यह सस्ती हो गई।