Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Aug, 2022 03:45 PM
समुद्री खाद्य उत्पादों के निर्यातक संगठन एसईए ने कहा है कि पश्चिम बंगाल अगले पांच वर्ष में इन उत्पादों का 18,000 करोड़ रुपए से लेकर 20,000 करोड़ रुपए तक का निर्यात कर सकता है। सीफूड एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (एसईए) की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष...
कोलकाताः समुद्री खाद्य उत्पादों के निर्यातक संगठन एसईए ने कहा है कि पश्चिम बंगाल अगले पांच वर्ष में इन उत्पादों का 18,000 करोड़ रुपए से लेकर 20,000 करोड़ रुपए तक का निर्यात कर सकता है। सीफूड एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (एसईए) की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष राजर्षि बनर्जी ने कहा है कि झींगा मछली पालन में 20 एंटीबायोटिक्स दवाओं के इस्तेमाल पर राज्य सरकार के हालिया प्रतिबंध से इस क्षेत्र से राजस्व बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी।
बनर्जी ने कहा कि एंटीबायोटिक दवाओं की मौजूदगी होने पर झींगा निर्यात के लिए हालात प्रतिकूल बन जाते हैं और यह समुद्री खाद्य उत्पादों के निर्यात के लिए नुकसानदायक होता है। बनर्जी ने कहा, ‘‘राज्य सरकार ने मत्स्यपालन में 20 एंटीबायोटिक के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी है।'' इस पाबंदी के अनुपालन पर निगरानी रखने के लिए जिला स्तर पर कार्यबल भी बनाए गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल से समुद्री खाद्य उत्पादों का निर्यात बीते आठ साल में छह गुना बढ़कर 8000-9000 करोड़ रुपए हो गया है। अगले पांच साल में यह 18000-20,000 करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है। सरकार को इस दिशा में अनुकूल कदम उठाते रहना चाहिए।''