Edited By jyoti choudhary,Updated: 04 Nov, 2025 11:32 AM

अक्टूबर महीने में निवेशकों का रुझान गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ (Exchange Traded Funds) की ओर बना रहा। माह के दूसरे पखवाड़े में कीमती धातुओं के दाम में नरमी आई। कीमतों में गिरावट के बावजूद दोनों कीमती धातुओं में निवेशकों ने भरोसा जताया। आंकड़ों के...
बिजनेस डेस्कः अक्टूबर महीने में निवेशकों का रुझान गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ (Exchange Traded Funds) की ओर बना रहा। माह के दूसरे पखवाड़े में कीमती धातुओं के दाम में नरमी आई। कीमतों में गिरावट के बावजूद दोनों कीमती धातुओं में निवेशकों ने भरोसा जताया। आंकड़ों के मुताबिक, गोल्ड ईटीएफ में अक्टूबर के दौरान करीब ₹7,800 करोड़ का निवेश हुआ, जो सितंबर के रिकॉर्ड ₹8,363 करोड़ से मामूली कम है।
सोने में लगातार बढ़ते निवेश के चलते गोल्ड ईटीएफ की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां (AUM) पहली बार ₹1 लाख करोड़ के पार पहुंच गईं। यह एक ऐतिहासिक स्तर है क्योंकि जनवरी 2025 में यह आंकड़ा पहली बार ₹50,000 करोड़ पार कर पाया था यानी नौ महीनों में यह दोगुना हो गया।
सिल्वर ETF में भी दमदार रुझान
सिल्वर ईटीएफ में भी निवेशकों ने दिलचस्पी दिखाई। अक्टूबर में इस श्रेणी में लगभग ₹4,300 करोड़ का निवेश आया। हालांकि यह सितंबर के सर्वकालिक उच्च स्तर ₹5,342 करोड़ से कम है लेकिन पिछले महीनों की तुलना में अब भी मजबूत आंकड़ा है।
निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड के कमोडिटी प्रमुख विक्रम धवन ने कहा कि अक्टूबर में गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ के लिए एक और मजबूत महीना रहा। यह दर्शाता है कि निवेशक अब पारदर्शी, सुरक्षित और सुलभ निवेश विकल्पों की ओर अधिक आकर्षित हो रहे हैं।
कीमतों में गिरावट के बावजूद निवेश जारी
माह के दूसरे पखवाड़े में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आई। 3 नवंबर तक सोना अपने 17 अक्टूबर के रिकॉर्ड स्तर से 6.5% नीचे था, जबकि चांदी 14 अक्टूबर के उच्चतम ₹1.8 लाख प्रति किलोग्राम स्तर से 16% गिर चुकी थी। इसके बावजूद ईटीएफ में निवेशक रुचि बरकरार रही, जो इस सेक्टर में लंबे समय के भरोसे का संकेत है।