Edited By jyoti choudhary,Updated: 18 Jul, 2025 03:04 PM

मोबाइल फोन की पहुंच बढ़ने के साथ ही दुनियाभर में वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion) में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है। लेकिन अब भी दुनिया में करीब 1.3 अरब लोग बैंकिंग सुविधाओं से वंचित हैं। Global Findex Database के अनुसार अब दुनियाभर में 79%...
बिजनेस डेस्कः मोबाइल फोन की पहुंच बढ़ने के साथ ही दुनियाभर में वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion) में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है। लेकिन अब भी दुनिया में करीब 1.3 अरब लोग बैंकिंग सुविधाओं से वंचित हैं। Global Findex Database के अनुसार अब दुनियाभर में 79% वयस्कों के पास बैंक अकाउंट है, जो 2021 में 74% था। खासकर भारत, चीन और ब्राजील जैसे देशों में मोबाइल टेक्नोलॉजी ने फाइनेंशियल एक्सेस को नई ऊंचाई दी है।
भारत और चीन जैसे बड़े देशों में अब 89% वयस्कों के पास बैंक अकाउंट है। हालांकि, डिजिटल भुगतान और इंटरनेट उपयोग के मामले में चीन भारत से काफी आगे है। चीन में जहां 89% लोगों ने डिजिटल पेमेंट किया, वहीं भारत में यह आंकड़ा अभी 48% है। इसके पीछे इंटरनेट उपयोग और मोबाइल की उपलब्धता बड़ी वजह मानी जा रही है।
मोबाइल और इंटरनेट की स्थिति
- चीन: 97% लोगों के पास मोबाइल, 86% लोग इंटरनेट यूज़ करते हैं
- भारत: 66% लोगों के पास मोबाइल, 46% लोग इंटरनेट यूज़ करते हैं
- बावजूद इसके भारत में डेटा सबसे सस्ता है
दक्षिण एशिया में अंतर साफ
इस लिस्ट में पाकिस्तान की हालत सबसे खराब है। पाकिस्तान में केवल 27% लोगों के पास बैंक अकाउंट है और 25% ही डिजिटल पेमेंट करते हैं। मोबाइल की पहुंच 63% और इंटरनेट यूजर्स 36% हैं।
बांग्लादेश की स्थिति थोड़ी बेहतर है जहां 43% लोगों के पास बैंक अकाउंट और 34% लोग डिजिटल ट्रांजैक्शन करते हैं। 82% लोगों के पास मोबाइल और 44% इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं।