Edited By jyoti choudhary,Updated: 31 Oct, 2025 03:33 PM

भारतीय शेयर बाजार में 31 अक्टूबर को लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई। BSE सेंसेक्स 465 अंक गिरकर 83,938 पर बंद हुआ। वहीं, NSE निफ्टी में 155 अंक की गिरावट रही, ये 25,722 के स्तर पर क्लोज हुआ।
बिजनेस डेस्कः भारतीय शेयर बाजार में 31 अक्टूबर को लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई। BSE सेंसेक्स 465 अंक गिरकर 83,938 पर बंद हुआ। वहीं, NSE निफ्टी में 155 अंक की गिरावट रही, ये 25,722 के स्तर पर क्लोज हुआ।
निफ्टी पर PSU बैंक और ऑयल एंड गैस को छोड़कर सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में रहे। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि विदेशी निवेशकों की ओर से हुई भारी बिकवाली और वैश्विक बाजारों की कमजोरी ने निवेशकों के भरोसे को कमजोर किया है।
आज बाजार गिरने की 3 बड़ी वजहें
विदेशी निवेशकों की बिकवाली (FII Selling)
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने गुरुवार को ₹3,077.59 करोड़ के शेयर बेचे। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने ₹2,469.34 करोड़ के शेयर खरीदे। जियोजित इनवेस्टमेंट्स के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट डॉ. वी.के. विजयकुमार के मुताबिक, “FII की ओर से की जा रही नई बिकवाली से आने वाले दिनों में बाजार पर दबाव बना रहेगा।”
वैश्विक बाजारों की कमजोरी
- अमेरिकी शेयर बाजार गुरुवार को निगेटिव जोन में बंद हुए।
- चीन का SSE कंपोजिट इंडेक्स और हांगकांग का हैंग सेंग भी नुकसान में रहे।
- हालांकि जापान का निक्की 225 और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी इंडेक्स बढ़त में रहे।
- निवेशक इस समय फेडरल रिजर्व की नीतियों और आगामी आर्थिक आंकड़ों पर नजर बनाए हुए हैं, जिससे बाजार में सावधानी का माहौल है।
अमेरिका-चीन व्यापार समझौते पर अनिश्चितता
हालांकि अमेरिका और चीन के बीच एक साल का ट्रेड एग्रीमेंट हुआ है, लेकिन इसके कई बिंदुओं पर अभी स्पष्टता नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल में चीन पर लगाए गए टैरिफ को 10% घटाकर 47% कर दिया है और दावा किया है कि “दोनों देश कई अहम मुद्दों पर सहमत हुए हैं।” फिर भी, निवेशकों को समझौते के बारीक पहलुओं का इंतजार है, जिससे बाजार की धारणा कमजोर बनी हुई है।