Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 Dec, 2025 10:37 AM

अगले कुछ दिनों में सोने की कीमतों में बड़ी हलचल देखी जा सकती है। निवेशकों की नजर अमेरिका के अहम आर्थिक आंकड़ों, फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल के भाषण और आरबीआई की मौद्रिक नीति बैठक पर टिकी हुई है। इन सभी वैश्विक और घरेलू संकेतकों के बीच सोना-चांदी के दाम...
बिजनेस डेस्कः अगले कुछ दिनों में सोने की कीमतों में बड़ी हलचल देखी जा सकती है। निवेशकों की नजर अमेरिका के अहम आर्थिक आंकड़ों, फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल के भाषण और आरबीआई की मौद्रिक नीति बैठक पर टिकी हुई है। इन सभी वैश्विक और घरेलू संकेतकों के बीच सोना-चांदी के दाम में मजबूती बनी हुई है।
एक्सिस डायरेक्ट ने 2026 के अंत तक सोने की कीमत 1,40,000–1,45,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक रहने का अनुमान जताया है और 1,08,000–1,17,000 रुपए के बीच गिरावट पर खरीदारी की सलाह दी है।

क्यों बढ़ रही हैं सोने की कीमतें?
विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिका से आने वाले रोजगार आंकड़े, उपभोक्ता भावनाएं और वैश्विक विनिर्माण–सेवा संकेतक सोने की दिशा तय करेंगे। जे एम फाइनेंशियल के उपाध्यक्ष प्रणव मेर ने बताया कि सोना अब अपने लंबे समय के सीमित दायरे से निकल चुका है। निवेशकों की नजर सोमवार को फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल के भाषण, रूस-यूक्रेन शांति वार्ता और शुक्रवार को होने वाली आरबीआई की नीति बैठक पर भी है।

आज क्या है सोने-चांदी की कीमत
1 दिसंबर को सोने-चांदी के भाव अंतरराष्ट्रीय व घरेलू दोनों बाजार में ऑल टाइम हाई पर पहुंच गए। खबर लिखे जाने के समय घरेलू बाजार में आज सोने के वायदा भाव 1,30,400 रुपए, जबकि चांदी के भाव 1,78,200 रुपये के करीब कारोबार कर रहे हैं।