Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Nov, 2025 05:59 PM

भारत में आलू को सब्जियों का राजा कहा जाता है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि यह हर मौसम में आसानी से उपलब्ध रहता है और ज्यादातर व्यंजनों में इसका इस्तेमाल होता है। फिलहाल भारतीय रिटेल बाजार में आलू करीब 25 रुपए प्रति किलो बिक रहा है लेकिन दुनिया के कई...
बिजनेस डेस्कः भारत में आलू को सब्जियों का राजा कहा जाता है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि यह हर मौसम में आसानी से उपलब्ध रहता है और ज्यादातर व्यंजनों में इसका इस्तेमाल होता है। फिलहाल भारतीय रिटेल बाजार में आलू करीब 25 रुपए प्रति किलो बिक रहा है लेकिन दुनिया के कई देशों में आलू की कीमत भारत से कई गुना ज्यादा है।
एशियाई देशों में कहां कितना महंगा आलू?
एशियाई देशों में सबसे महंगा आलू दक्षिण कोरिया में मिलता है, जहां सोल शहर में एक किलो आलू खरीदने के लिए उपभोक्ताओं को 4.28 डॉलर यानी लगभग 380 रुपए खर्च करने पड़ते हैं। जापान में इसकी कीमत 2.95 डॉलर, ताइवान में 2.82 डॉलर, हॉन्ग कॉन्ग में 2.61 डॉलर, फिलीपींस में 2.46 डॉलर और सिंगापुर में 2.28 डॉलर है। इसके अलावा इंडोनेशिया में आलू 1.51 डॉलर, थाईलैंड में 1.49 डॉलर, वियतनाम में 1.02 डॉलर, चीन में 0.98 डॉलर और मलेशिया में 0.91 डॉलर प्रति किलो बिक रहा है। इन कीमतों से साफ है कि भारतीय बाजार में आलू काफी सस्ता है।
दुनिया का सबसे महंगा आलू
दुनिया का सबसे महंगा आलू फ्रांस की ले बोनोटे (Le Bonnotte) प्रजाति को माना जाता है, जिसकी कीमत लगभग ₹50,000 से ₹90,000 प्रति किलोग्राम के बीच होती है। इतना महंगा होने का बावजूद लोग लाइन लगाकर यह आलू खरीदते हैं।
इसका उत्पादन साल भर में केवल 100 टन होता है और यह सिर्फ मई और जून में ही बाजारों में उपलब्ध रहता है। यह आलू फ्रांस के Noirmoutier द्वीप पर अटलांटिक महासागर के किनारे परंपरागत तरीके से उगाया जाता है और इसकी खेती में मशीनों का इस्तेमाल नहीं होता। पूरा काम हाथों से किया जाता है, जिसके कारण इसकी लागत और मूल्य दोनों बढ़ जाते हैं। इसका आकार छोटा होता है और छिलका बेहद पतला, जिससे इसका स्वाद बेहद अनोखा बनता है। इसे आमतौर पर उबालकर बटर और नमक के साथ खाया जाता है। इस प्रजाति का नाम स्थानीय किसान Benoît Bonnotte के नाम पर रखा गया है, जिन्हें इसका पहला उत्पादक माना जाता है।