Edited By Prachi Sharma,Updated: 15 Oct, 2025 07:00 AM

Ancient Sun Temple: भारत में भगवान सूर्यदेव के गिने-चुने प्राचीन मंदिरों में से एक, यह ब्रह्मांड स्वामी सूर्य मंदिर राजस्थान के सिरोही जिले के वरमान गांव में स्थित है। माना जाता है कि इसका मूल निर्माण 7वीं शताब्दी में हुआ था, और फिर 10वीं शताब्दी...
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Ancient Sun Temple: भारत में भगवान सूर्यदेव के गिने-चुने प्राचीन मंदिरों में से एक, यह ब्रह्मांड स्वामी सूर्य मंदिर राजस्थान के सिरोही जिले के वरमान गांव में स्थित है। माना जाता है कि इसका मूल निर्माण 7वीं शताब्दी में हुआ था और फिर 10वीं शताब्दी में इसका जीर्णोद्धार किया गया। यह मंदिर वर्तमान में पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है और उसी के द्वारा इसकी देखरेख की जाती है।
कलाकारी और अद्भुत वास्तुकला
यह मंदिर अपनी बारीक और उत्कृष्ट कलाकारी के लिए प्रसिद्ध है, जिसे देखकर कोई भी मंत्रमुग्ध हो जाता है। मंदिर की दीवारों, प्रवेश द्वार और मंडप पर मोर, हाथी और वाद्य यंत्र बजाती महिलाओं की सुंदर प्रतिमाएं उकेरी गई हैं।
पुरातन धरोहर: मंदिर के गर्भगृह की मूल प्राचीन मूर्तियों को अब पाली के राजकीय संग्रहालय में सुरक्षित रखा गया है, जबकि कुछ खंडित मूर्तियां अभी भी गर्भगृह में मौजूद हैं।
स्थापत्य का चमत्कार: वरमान के पूर्व सरपंच वगताराम चौधरी के अनुसार यह मंदिर वास्तुकला का एक अनूठा उदाहरण है। इसका निर्माण इस तरह से किया गया था कि सूर्य की पहली किरण सीधे गर्भगृह में स्थित मूर्ति पर पड़ती थी।
इतिहास और आस्था का केंद्र
कुलदेवता: मध्य प्रदेश के परमार समाज के कई परिवार आज भी यहां सूर्यदेव के दर्शन करने आते हैं क्योंकि वे उन्हें अपना कुलदेवता मानते हैं।
ऐतिहासिक प्रमाण: मंदिर के मंडप में विक्रम संवत 1315 अंकित एक प्राचीन शिलालेख भी लगा हुआ है। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, इस मंदिर का निर्माण के बाद छह बार जीर्णोद्धार करवाया गया था, जिसके शिलालेख मंदिर के खंभों पर लगे हुए थे।
संरक्षण और क्षति: इतने वर्षों के बाद भी मंदिर का ढाँचा और कई कलाकृतियां सुरक्षित हैं, हालांकि कुछ प्रतिमाओं को मुगल आक्रमणकारियों द्वारा खंडित कर दिया गया था।
मंदिर तक पहुंचने का मार्ग
इस ऐतिहासिक और कलात्मक मंदिर का व्यापक प्रचार न होने के कारण कई लोग इसे देख नहीं पाते हैं। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए आपको रेवदर से मंडार हाईवे पर स्थित वरमान गांव आना होगा। हाईवे पर जैन मंदिर के पास से सीधा रास्ता इस प्राचीन सूर्य मंदिर तक जाता है। पंचायत द्वारा लोगों की सुविधा के लिए यहां शौचालय का निर्माण और मंदिर तक पहुंचने के लिए सीसी रोड बनवाई गई है हालांकि मंदिर पुरातत्व विभाग के अधीन होने के कारण पंचायत इसका व्यापक विकास नहीं करा सकती।