Kundli Tv- बैकुंठ चतुर्दशी: क्यों इस दिन भगवान शंकर से पहले होती है श्रीहरि की पूजा

Edited By Jyoti,Updated: 21 Nov, 2018 11:39 AM

baikunth chaturdashi story in hindi

आज यानि कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को बैकुंठ चतुर्दशी का पर्व मनाया जाएगा। हिंदू धर्म के अनुसार शास्त्रों के अनुसार इस दिन व्रत करने से बहुत पुण्य की प्राप्ति होती है। मान्यता है

ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
PunjabKesari

आज यानि कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को बैकुंठ चतुर्दशी का पर्व मनाया जाएगा। हिंदू धर्म के अनुसार शास्त्रों के अनुसार इस दिन व्रत करने से बहुत पुण्य की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि इस दिन नदी, सरोवर या तालाब के किनारे 14 दीपक जलाए जाते हैं। जैसे कि सब जानते हैं कि कार्तिक मास का ये माह भगवान विष्णु को समर्पित होता है, इसीलिए ये महीना विष्णु जी को बेहद प्रिय है। लगभग सभी लोग इस दिन नदी या किसी सरोवर के किनारे पर 14 दीए जलाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं  आखिर इसके पीछे का पौराणिक कारण क्या है। अगर नहीं तो आइए आज हम आपको बताते इस मान्यता के पीछे का असल कारण-
PunjabKesari
दीपक जलाने के पीछे का पौराणिक महत्व
पौराणिक मान्यता की मानें तो एक बार श्री हरि काशी में भगवान शंकर का पूजन करने पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्होंने मणिकर्णिका घाट पर स्नान किया और 1,000 स्वर्ण कमल पुष्पों से भगवान विश्वनाथ के पूजन का संकल्प लिया। परंतु जब उन्होंने पूजन शुरु किया तो महादेव ने उनकी भक्ति की परीक्षा लेने के लिए उन 1, 000 स्वर्ण पुष्पों में से एक कमल पुष्प कम कर दिया। जब विष्णु जी देखा कि एक कमल पुष्प कम है तो  उन्हें अचानक ये ख्याल आया कि मेरी आंखें भी तो कमल जैसी ही हैं क्यों न मैं अफनी अपनी एक आंख शंकर को प्रस्तुत कर दूं। ये विचार करते समय श्रीहरि भगवान शंकर को अपनी अांख अर्पित करने लगे तो महादेव प्रकट हुए और बोले, हे हरि! तुम्हारे समान संसार में दूसरा कोई मेरा भक्त नहीं है। 
PunjabKesari
इसीलिए आज से कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की यह चतुर्दशी अब 'बैकुंठ चतुर्दशी' के नाम से जाना जाएगी। जो भी मनुष्य इस दिन भक्तिपूर्वक आपका पूजन करेगा, वह बैकुंठ को प्राप्त होगा। पुराणों के अनुसार जो मनुष्य इस दिन 1,000 कमल पुष्पों से भगवान विष्णु के बाद भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करता है, वे सभी बंधनों से मुक्त होकर बैकुंठ धाम को प्राप्त होता है। कुछ अन्य पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन ही शिव जी ने श्रीहरि विष्णु को सुदर्शन चक्र भी प्रदान किया था। ज्योतिष में कहा गया है कि इस दिन व्रत कर तारों की छांव में सरोवर, नदी आदि के तट पर 14 दीपक जलाने की परंपरा मनाई जाती है।
PunjabKesari
तुलसी विवाह विशेष: तुलसी पूजन की सही विधि जानने के लिए यहां click करें(VIDEO)

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!