Edited By Sarita Thapa,Updated: 25 Dec, 2025 08:02 AM

विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के लिए उमड़ने वाली लाखों भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए प्रशासन ने एक नई पहल की है।
Banke Bihari New Rules 2026 : विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के लिए उमड़ने वाली लाखों भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए प्रशासन ने एक नई पहल की है। अब मंदिर के सेवायतों के साथ आने वाले यजमानों के लिए दर्शन की एक अलग और विशेष व्यवस्था लागू की गई है।
क्या है नया नियम?
अक्सर देखा जाता था कि मंदिर के सेवायत अपने यजमानों को साथ लेकर सीधे मुख्य द्वार या गर्भगृह के अत्यंत निकट पहुंच जाते थे, जिससे आम श्रद्धालुओं की कतारों में व्यवधान पड़ता था और भीड़ का दबाव एक ही जगह बढ़ जाता था।
अब नई व्यवस्था के तहत सेवायतों के साथ आने वाले यजमानों के लिए प्रवेश का मार्ग और समय निर्धारित किया जा सकता है। मंदिर परिसर के अंदर भीड़ को कम करने के लिए यजमानों को एक निश्चित दायरे में ही रहकर दर्शन करने की अनुमति होगी। मुख्य गर्भगृह के ठीक सामने होने वाली अनावश्यक भीड़ को रोकने के लिए सेवायतों को भी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
क्यों पड़ी इस बदलाव की जरूरत?
बांके बिहारी मंदिर की गलियां संकरी हैं और त्योहारों या वीकेंड पर यहां श्रद्धालुओं की संख्या क्षमता से कई गुना अधिक हो जाती है। पूर्व में हुई कुछ घटनाओं और भगदड़ जैसी स्थिति से बचने के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट और स्थानीय प्रशासन लगातार सुरक्षा मानकों में सुधार की बात कर रहे थे। मंदिर प्रबंधन का मानना है कि यदि सेवायतों के माध्यम से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग व्यवस्था होगी, तो आम कतार में लगे भक्तों को कम समय में और बिना किसी परेशानी के ठाकुर जी की झलक मिल सकेगी।
श्रद्धालुओं और सेवायतों पर प्रभाव
इस फैसले का उद्देश्य वीआईपी कल्चर को कम करना और सामान्य भक्तों के अनुभव को बेहतर बनाना है। हालांकि, सेवायतों के एक वर्ग में इसे लेकर चर्चाएं हैं, लेकिन प्रशासन का स्पष्ट कहना है कि यह निर्णय किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं, बल्कि जन सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए लिया गया है।
भक्तों के लिए सलाह
यदि आप आगामी दिनों में बांकेबिहारी जी के दर्शन की योजना बना रहे हैं, तो मंदिर की आधिकारिक गाइडलाइंस का पालन करें। भारी भीड़ से बचने के लिए मंगला आरती और विशेष पर्वों के समय अतिरिक्त सावधानी बरतें और प्रशासन द्वारा बनाए गए नए रास्तों का ही उपयोग करें।
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