Edited By Niyati Bhandari,Updated: 18 Oct, 2023 08:51 AM
वैज्ञानिकों ने एक प्रयोग में एक बड़े से टैंक में एक शार्क मछली को रखा और उसके साथ ही कुछ छोटी मछलियों को भी उसी टैंक में डाल दिया। स्वाभाविक
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Best Motivational Story: वैज्ञानिकों ने एक प्रयोग में एक बड़े से टैंक में एक शार्क मछली को रखा और उसके साथ ही कुछ छोटी मछलियों को भी उसी टैंक में डाल दिया। स्वाभाविक रूप से शार्क ने तुरंत ही उन सारी मछलियों का सफाया कर दिया। इसके बाद वैज्ञानिकों ने टैंक में एक बहुत ही मजबूत फाइबर ग्लास लगा दिया और टैंक के दो हिस्से कर दिए।
एक हिस्से में शार्क थी और दूसरे हिस्से में उन्होंने फिर से छोटी मछलियों को डाला। जैसे ही शार्क की नजर उन पर पड़ी। वह उन्हें खाने के लिए लपकी। पर इस बार बीच में फाइबर ग्लास होने की वजह से शार्क उससे जा टकराई। एक बार टकराने के बाद भी शार्क ने हार नहीं मानी। वह हर कुछ समय के अंतराल के बाद उस दिशा में बढ़ती जहां मछलियां थीं, और टकरा के फिर वापस लौट आती। इस दौरान छोटी मछलियां आसानी से और आजादी से तैर रही थीं। कुछ देर बाद शार्क ने हार मान ली।
यह प्रयोग पूरे हफ्ते भर में कई बार किया गया। धीरे-धीरे शार्क के हमले कम होते गए। और वह ज्यादा जोर भी नहीं लगाती थी। बार-बार कोशिश करने के बावजूद मछलियों तक न पहुंच पाने से शार्क ने थककर हार मान ली और प्रयास करना छोड़ दिया। कुछ दिनों के बाद वैज्ञानिकों ने बीच के फाइबर ग्लास को हटा दिया, पर इसके बाद भी शार्क ने मछलियों पर हमला नहीं किया। शार्क को पिछले कुछ हफ्तों में विश्वास हो गया था कि वह उन मछलियों तक नहीं पहुंच सकती।
इस प्रसंग की सीख यह है कि जब किसी काम के लिए लगातार प्रयास करते हैं और हर बार असफल होते हैं तो हमारी सोच नकारात्मक हो जाती है। अगर हम सफल होना चाहते हैं तो हमें लगातार प्रयास करते रहना चाहिए और कोशिश करना नहीं छोड़ना चाहिए जब तक कि हम सफल नहीं हो जाते हैं।