Edited By Prachi Sharma,Updated: 15 Oct, 2025 01:00 AM
Stock Market Prediction: इस आर्टिकल में बात करेंगे साल 2026 में बाजार कैसा रहेगा, कौन से सेक्टर चलेंगे ? 19 मार्च 2026 सुबह 6:53 यह नए संवत की शुरुआत है। जिनको नहीं पता उनके लिए यह बताएं कि चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि जिस दिन शुरू होती
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Stock Market Prediction: इस आर्टिकल में बात करेंगे साल 2026 में बाजार कैसा रहेगा, कौन से सेक्टर चलेंगे ? 19 मार्च 2026 सुबह 6:53 यह नए संवत की शुरुआत है। जिनको नहीं पता उनके लिए यह बताएं कि चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि जिस दिन शुरू होती है, उस दिन जो वार होता है, उस वार को उस साल का राजा माना जाता है। यानी कि गुरु अगले साल संवत के राजा है। गुरु क्योंकि पॉजिटिव ग्रह हैं तो लिहाजा मान के चलिए कुछ पॉजिटिविटी जरूर आनी चाहिए लेकिन इसके साथ ही मंगल मंत्री बन गए। मंगल दंगल कराने वाला ग्रह है। तो मंगल मंत्री क्यों है ? उसके लिए भी थोड़ा सा बता दें कि सूर्य जिस दिन मेष राशि में प्रवेश करते हैं उस दिन जो वार होता है वो साल का मंत्री माना जाता है। पंचांग अनुसार गुरु राजा है और मंगल मंत्री हैं। प्रतिपदा तिथि है तो सूर्य चंद्रमा साथ ही होंगे। इसके साथ ही शनि भी साथ में है। सूर्य, चंद्रमा, शनि साथ में है और आपका मंगल, राहु और बुध 12वें भाव में है। यानी कि शनि की राशि में मंगल है, राहु है, बुध है। गुरु इस कुंडली में तीसरे भाव में आ गए हैं। शुक्र, शनि, सूर्य, चंद्र एक साथ हैं। यह चार ग्रह हो गए। मंगल, बुध, राहु एक साथ हैं, यह तीन ग्रह हो गए। मंगल, बुध और गुरु आपके कुंडली में इसके केंद्र में है। यह केंद्रीय प्रभाव गुरु का बहुत अच्छा है। केतु छठे में आ गए हैं तो, मोटे तौर पर ज्यादा ग्रह दो राशियों में आ गए हैं। तो, इससे मीन राशि से संबंधित एरिया है, वह थोड़ा सा डिस्टर्ब रह सकता है।
मीन राशि से संबंधित सेक्टर चल सकते हैं। पोर्ट और शिपिंग ज्यादा चलेगी। इस संवत के मुताबिक अगले साल ऑटो शिपिंग ज्यादा चलनी चाहिए। शनि से संबंधित सेक्टर रियलिटी ज्यादा चलनी चाहिए। यहां पर चीजें अच्छी हैं। मंगल राहु का साथ आना डिफेंस में तेजी लेकर आएगा क्योंकि पाप ग्रहों की युति है वह संबंधित सेक्टर में तेजी ले आती है। मंगल डिफेंस के कारक हैं और चूंकि बुध के साथ है तो कॉपर में भी आप देखेंगे कि तेजी देखने को मिलेगी। अगले साल जब आप कॉपर का रेट देखेंगे तो उसके बाद कॉपर और डिफेंस दोनों ही चलेंगे। गुरु का केंद्रीय प्रभाव ज़रूर है लेकिन गुरु के ऊपर राहु की दृष्टि है। इस कुंडली में मंगल राहु का 12वें जाना क्योंकि 12वां मोक्ष, नुकसान का भाव होता है। मंगल राहु का 12वें जाना वैसे ही अच्छा नहीं होता। इसको अंगारक दोष बोल देते हैं कुंडली में। बुध का बुध केंद्र स्थान का स्वामी होकर 12वें बैठ गया वह भी अच्छा नहीं है। सप्तम का स्वामी अपने से छठे चला गया। बुध है यहां पर उसकी मूत्र त्रिकोण राशि सप्तम में है तो यह बुध का वहां पर जाना बाजार क्योंकि बुध बाजार का कारक है।
मार्केट का ट्रेड जो है बुध से होता है तो हो सकता है बाजार भी थोड़ा सा डावाडोल रहे 2026 में काफी अप्स एंड डाउन्स हमें देखने को मिलेंगे और ये अप्स एंड डाउन्स हमें एक्सटर्नल फैक्टर के कारण ज़्यादा देखने को मिलेंगे।
शनि 15° को क्रॉस कर जाएंगे। गुरु मिथुन में है, गुरु 28° पे चल रहे हैं तो कर्क में जाएंगे तो उच्च के हो जाएंगे तो उच्च अभिलाषी हैं इस समय। शनि नीच अभिलाषी हो जाएंगे उस समय। तो शनि का मीन में, मेष में और वृषभ में आना हिस्टोरिकली अच्छा नहीं है। पहला वर्ल्ड वॉार 1907 से लेकर 1914 शनि मीन, मेष और वृषभ में थे।
दूसरा वर्ल्ड वॉर 1937 से लेकर 1944 शनि मीन, मेष और वृषभ में थे। शनि जब आगे चले जाएंगे, थोड़ा सा आगे बढ़ेंगे क्योंकि उन्होंने जून 2027 में मेष में प्रवेश करना है तो अगला साल भी वैश्विक स्थिति के लिहाज से अच्छा नहीं है तो जब वैश्विक डिस्टरबेंस रहेगी। 2026 में चीजें ठीक नहीं है एस्ट्रो साइकिल के लिहाज से। दुनिया भर में प्रदर्शन होते रहेंगे। तो होगा क्या ? इससे एक ही सेक्टर चलता है। एस्ट्रोलॉजिकली भी मंगल राहु क्योंकि साथ है दोनों तेजी के कारक हैं और बुध के साथ है। बुध अल्टीमेटली ट्रेड का कारक है। उन सेक्टर्स में तेजी ले आएगा तो डिफेंस, बैंकिंग में पोजीशन बहुत ज्यादा अच्छी है। फिलहाल यहां पर भी नजर नहीं आ रही क्योंकि शुक्र पीड़ित है। शुक्र मनी के कारक होते हैं। बहुत ज्यादा पैसा बड़े बैंक्स वाली जो स्थिति है वो शुक्र से देखी जाती है। तो क्योंकि पीड़ित है तो बैंकिंग में संभलकर चलना चाहिए। लग्जरी, ब्यूटी, एंटरटेनमेंट्स में संभलकर चलना चाहिए। सूर्य लग्न में है पिछली बार अष्टम में आ गए थे। सूर्य लग्न में है तो थोड़ा सा डोमिनेंस रहेगा। सूर्य, सोलर पावर में पैसा बनना चाहिए।