Edited By Prachi Sharma,Updated: 11 Sep, 2025 07:00 AM

Chanakya Niti: चाणक्य, जिन्हें कौटिल्य या विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है, एक महान शिक्षक, दार्शनिक और राजनेता थे। उनकी नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं और जीवन के हर पहलू में मार्गदर्शन प्रदान करती हैं। खासकर जब बात बच्चों के सही मार्गदर्शन और...
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Chanakya Niti: चाणक्य, जिन्हें कौटिल्य या विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है, एक महान शिक्षक, दार्शनिक और राजनेता थे। उनकी नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं और जीवन के हर पहलू में मार्गदर्शन प्रदान करती हैं। खासकर जब बात बच्चों के सही मार्गदर्शन और परवरिश की हो, तो चाणक्य की शिक्षाएं अमूल्य साबित होती हैं। वे न केवल ज्ञान और बुद्धिमत्ता के पथ पर चलना सिखाते हैं बल्कि जीवन में सफलता, नैतिकता और चरित्र निर्माण की दिशा भी बताते हैं। आज के समय में जब बच्चे विभिन्न चुनौतियों और प्रभावों से घिरे हुए हैं, सही मार्गदर्शन देना उनकी सफलता और जीवन की गुणवत्ता के लिए बेहद जरूरी है। इस आर्टिकल से जानेंगे चाणक्य के कुछ ऐसे सिद्धांत और बातें जानेंगे, जिन्हें अपने बच्चों को सिखाना जरूरी है ताकि वे सही दिशा में कदम बढ़ा सकें।
ज्ञान का महत्व समझाएं
चाणक्य का मानना था कि ज्ञान सबसे बड़ी संपत्ति है। उन्होंने कहा है,विद्या धनं सर्वधनप्रधानम्या नी ज्ञान ही सभी धन संपत्तियों से श्रेष्ठ है। बच्चों को यह सिखाना जरूरी है कि शिक्षा और ज्ञान से बड़ा कोई धन नहीं। वे चाहे किसी भी क्षेत्र में जाएं, ज्ञान उनके लिए हमेशा लाभकारी रहेगा।
समय का सदुपयोग सिखाएं
चाणक्य ने समय की महत्ता को बार-बार बताया है। अपने बच्चों को समय की कीमत समझाना और समय का सही उपयोग करना सिखाना बेहद आवश्यक है। समय की बर्बादी जीवन में पीछे छोड़ सकती है।

ईमानदारी और नैतिकता का पाठ
चाणक्य ने नैतिकता और ईमानदारी को सफलता का मूल आधार माना है। बच्चों को सही और गलत की पहचान कराना और जीवन में ईमानदारी को अपनाना सिखाना आवश्यक है।
सहनशीलता और संयम की सीख
चाणक्य ने धैर्य और संयम को जीवन में महत्वपूर्ण बताया है। बच्चों को सिखाएं कि जीवन में परेशानियों और कठिनाइयों का सामना धैर्य और संयम से करना चाहिए। जब वे निराश हों, तो उन्हें समझाएं कि हर समस्या का समाधान होता है।
