Edited By Niyati Bhandari,Updated: 20 Nov, 2025 07:38 AM

Chandra Grahan 2027: वर्ष 2027 खगोल शास्त्र और ज्योतिष दोनों दृष्टियों से अत्यंत महत्वपूर्ण रहेगा। 2 अगस्त 2027 को एक ऐसा महा सूर्य ग्रहण (Total Solar Eclipse) लगने जा रहा है जो 21वीं सदी में दूसरी बार देखने को मिलेगा। इस दौरान पृथ्वी के कुछ हिस्सों...
Chandra Grahan 2027: वर्ष 2027 खगोल शास्त्र और ज्योतिष दोनों दृष्टियों से अत्यंत महत्वपूर्ण रहेगा। 2 अगस्त 2027 को एक ऐसा महा सूर्य ग्रहण (Total Solar Eclipse) लगने जा रहा है जो 21वीं सदी में दूसरी बार देखने को मिलेगा। इस दौरान पृथ्वी के कुछ हिस्सों में 6 मिनट से अधिक समय तक अंधकार छा जाएगा और लोग दिन में ही रात का अनुभव करेंगे। यह ग्रहण न केवल वैज्ञानिक रूप से अद्भुत है, बल्कि ज्योतिषीय दृष्टि से भी ऊर्जा परिवर्तन और जीवन-प्रभाव का समय माना गया है।

चंद्र ग्रहण 2027 की तिथि और समय (Chandra Grahan 2027 Date and Time)
महा सूर्य ग्रहण के ठीक 15 दिन बाद यानी 17 अगस्त 2027 (मंगलवार) को साल का अंतिम चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) लगेगा।
यह एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) होगा।
ग्रहण आरंभ: सुबह 10:54 बजे
ग्रहण समाप्त: दोपहर 2:33 बजे
हालांकि यह भारत में दिखाई नहीं देगा, लेकिन इसका ज्योतिषीय प्रभाव भारतीय राशियों पर अवश्य पड़ेगा।

कहां-कहां दिखेगा यह चंद्र ग्रहण?
यह ग्रहण मुख्य रूप से उत्तर और दक्षिण अमेरिका, पूर्वी ऑस्ट्रेलिया, पश्चिमी अफ्रीका, अंटार्कटिका तथा अटलांटिक और हिंद महासागर के कुछ हिस्सों से देखा जा सकेगा। खगोलीय दृष्टि से यह ग्रहण ऊर्जा परिवर्तन का सूचक है। जो मानव मन, भावनाओं और आर्थिक क्षेत्रों पर असर डालता है।
मकर राशि पर असर: आर्थिक दबाव और स्वास्थ्य चिंताएं
जब ग्रहण की शुरुआत होगी, उस समय चंद्रमा मकर राशि (Capricorn) में रहेगा। इस अवधि में मकर राशि के जातकों को वित्तीय अस्थिरता और मानसिक तनाव झेलना पड़ सकता है। निवेश से बचें और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। किसी पुराने कार्य में बाधा या विलंब भी संभव है।
उपाय:
भगवान शिव को जल अर्पित करें।
“ॐ नमः शिवाय” का 108 बार जाप करें।
ग्रहण काल में भोजन न करें।

कुंभ राशि पर असर: भावनात्मक उतार-चढ़ाव और निर्णय में भ्रम
चंद्र ग्रह के कुंभ राशि में प्रवेश के बाद भावनात्मक असंतुलन और आर्थिक अनिश्चितता की स्थिति बन सकती है। व्यवसायियों को बड़े निर्णयों से बचना चाहिए। स्वास्थ्य में थकान या मानसिक बेचैनी महसूस हो सकती है।
उपाय:
पीपल के वृक्ष की परिक्रमा करें।
चंद्र मंत्र “ॐ सोमाय नमः” का जप करें।
दान में सफेद वस्त्र या चावल दें।
ग्रहण का समय साधना और आत्मचिंतन का अवसर
2027 का चंद्र ग्रहण आध्यात्मिक दृष्टि से मन की शुद्धि और नकारात्मकता के नाश का समय है। मकर और कुंभ राशि वालों को इस अवधि में साधना, संयम और प्रार्थना पर ध्यान देना चाहिए। ग्रहण के बाद स्नान करें, दान करें और भगवान विष्णु या शिव का स्मरण करें, इससे ग्रहण का दुष्प्रभाव शांत होता है और भाग्य पुनः प्रबल बनता है।
