Edited By Niyati Bhandari,Updated: 14 Dec, 2019 07:33 AM
हर शनिवार को शनिदेव के नाम पर अपनी श्रद्धा के अनुसार धनराशि का दान करें। शनिवार को बहुत से लोग एक डिब्बे में कुछ तेल और लोहे की शनि प्रतिमा का स्वरूप लेकर दान लेते हैं। ऐसे लोगों को शनि के नाम का दिया गया दान
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हर शनिवार को शनिदेव के नाम पर अपनी श्रद्धा के अनुसार धनराशि का दान करें। शनिवार को बहुत से लोग एक डिब्बे में कुछ तेल और लोहे की शनि प्रतिमा का स्वरूप लेकर दान लेते हैं। ऐसे लोगों को शनि के नाम का दिया गया दान किसी काम नहीं आता है। एक प्रकार से यह भीख मांगने का माध्यम है। शनि का दान केवल उसी को दें जो प्रत्येक शनिवार को आपके घर या वर्क प्लेस पर आए और दान स्वीकार करे अथवा आप स्वयं किसी शनि मंदिर में दान करें। ऐसा करने से आपका व्यवसाय स्थल अनेक प्रकार की समस्याओं से बचा रहेगा।
आपको अपने व्यवसाय में पूरी ईमानदारी रखनी चाहिए। आजकल अनेक व्यवसायी अधिक लाभ कमाने के मोह में गलत काम करने लगते हैं। नकली, घटिया और गलत वस्तुएं बेचते हैं, बेईमानी करते हैं किंतु इस प्रकार से कमाया गया पैसा किसी भी अच्छे कार्य में खर्च नहीं होता। जैसे गलत तरीके से आता है, वैसे ही गलत प्रकार के कार्यों में खर्च हो जाता है। कोई भी व्यवसायी बेईमानी करता है, गलत माल बेचता है तो इससे आम व्यक्ति का ही अहित अधिक होता है। संभव है ऐसे किसी व्यक्ति की बद्दुआ का प्रभाव उसके व्यवसाय को हानि देने का कारण बन जाए।
अपने व्यवसाय स्थल के मंदिर में पूजा करते समय गुग्गल का धूप इतनी मात्रा में अवश्य जलाएं कि उसका गहरा धुआं हो जाए। इससे भी व्यवसाय स्थल किसी भी बुरी नजर के प्रभाव से अवश्य बचा रहेगा।
किसी की नज़र दोष का प्रभाव अगर आपको अपनी दुकान में दिखाई दे तो आप अग्रांकित उपाय करके नज़र दोष का प्रभाव समाप्त कर सकते हैं। आप जब अपने व्यवसाय स्थल को बंद करें तो मुख्यद्वार पर एक छोटा-सा कागज जलाकर छोड़ दें। उस कागज की अग्रि जब ठंडी हो जाए तो प्रणाम कर आ जाएं। इस उपाय के प्रभाव से आपके व्यवसाय को किसी की नजर लगने से उत्पन्न विपरीत प्रभाव समाप्त होगा और भविष्य में कभी किसी की नज़र दोष का प्रभाव नहीं आएगा। रात्रि में व्यवसाय बंद होने पर शनिदेव की कृपा से आपके व्यवसाय स्थल की पूर्ण सुरक्षा भी होगी।