Edited By Sarita Thapa,Updated: 29 Dec, 2025 03:30 PM
आज के समय में विदेश जाकर पढ़ाई करना, नौकरी करना या वहां स्थायी रूप से बसना बहुतों का सपना होता है। कई बार अच्छी योग्यता और पैसा होने के बावजूद वीजा नहीं मिलता, तो कई बार कम मेहनत में भी लोग सात समंदर पार पहुंच जाते हैं।
Foreign Settlement Astrology : आज के समय में विदेश जाकर पढ़ाई करना, नौकरी करना या वहां स्थायी रूप से बसना बहुतों का सपना होता है। कई बार अच्छी योग्यता और पैसा होने के बावजूद वीजा नहीं मिलता, तो कई बार कम मेहनत में भी लोग सात समंदर पार पहुंच जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह सब आपकी कुंडली के ग्रहों और भावों के खेल पर निर्भर करता है। तो आइए जानते हैं कि ज्योतिषीय दृष्टिकोण से विदेश योग कैसे बनता है और आपकी राशि के लिए कौन सा देश सबसे शुभ हो सकता है।
कुंडली में कैसे बनता है विदेश योग?
ज्योतिष में मुख्य रूप से तीन भाव विदेश यात्रा और वहां निवास को दर्शाते हैं।
7वां भाव: व्यापारिक यात्राएं और विदेश में सेटलमेंट।
9वां भाव: लंबी दूरी की यात्राएं, उच्च शिक्षा और भाग्य।
12वां भाव: इसे 'विदेश वास' का मुख्य घर माना जाता है।
यदि इन भावों के स्वामी का संबंध आपस में हो या शनि, राहु और चंद्रमा जैसे ग्रह सक्रिय हों, तो व्यक्ति के विदेश जाने के प्रबल योग बनते हैं। राहु को म्लेच्छ या विदेशी तत्वों का कारक माना जाता है, इसलिए मजबूत राहु अक्सर व्यक्ति को अपनी जन्मभूमि से दूर ले जाता है।

राशि अनुसार आपका लकी विदेशी मंज़िल
ज्योतिषीय तत्वों अग्नि, पृथ्वी, वायु, जल के आधार पर प्रत्येक राशि के लिए कुछ देश विशेष रूप से अनुकूल माने जाते हैं।
मेष, सिंह और धनु (अग्नि तत्व)
इन राशियों के जातक साहसी और नेतृत्व करने वाले होते हैं। इनके लिए वे देश शुभ हैं जहां विकास की गति तेज है।
लकी देश: ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, जर्मनी और यूके (UK)।
वृष, कन्या और मकर (पृथ्वी तत्व)
ये राशियां स्थिरता और आर्थिक मजबूती पसंद करती हैं। इनके लिए व्यवस्थित और समृद्ध देश बेहतर होते हैं।
लकी देश: अमेरिका (USA), स्विट्जरलैंड, न्यूजीलैंड और कनाडा।
मिथुन, तुला और कुंभ (वायु तत्व)
इन्हें बदलाव और बौद्धिक वातावरण पसंद है। तकनीक और शिक्षा के क्षेत्र में ये इन देशों में चमकते हैं।
लकी देश: जापान, नॉर्वे, सिंगापुर और नीदरलैंड।
कर्क, वृश्चिक और मीन (जल तत्व)
ये राशियां भावुक होती हैं और अक्सर समुद्र तटीय या ठंडे देशों में सफल होती हैं।
लकी देश: इटली, फ्रांस, थाईलैंड और स्कैंडिनेवियन देश (जैसे स्वीडन)।

विदेश जाने में आ रही बाधाओं के लिए उपाय
यदि आपकी कुंडली में योग हैं लेकिन वीजा या अन्य रुकावटें आ रही हैं, तो ये ज्योतिषीय उपाय कारगर हो सकते हैं:
पक्षियों को दाना: सात प्रकार के अनाज (सप्तधान्य) पक्षियों को खिलाएं।
राहु का उपाय: शनिवार के दिन बहते जल में कोयला या नारियल प्रवाहित करें।
हनुमान चालीसा: नियमित पाठ करें, विशेषकर 'लंकान दहन' का प्रसंग पढ़ना विदेश यात्रा की बाधाएं दूर करता है।
मां गंगा का ध्यान: 12वें भाव को सक्रिय करने के लिए घर में गंगाजल रखें और उत्तर-पश्चिम दिशा को साफ रखें।

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