Edited By Sarita Thapa,Updated: 16 Oct, 2025 07:12 AM

बिहार के गया जिले में स्थित गया काली माता मंदिर अपने रहस्यमय स्वरूप और अनोखी परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यहां देवी मां की पूजा उनके पेट के रूप में की जाती है।
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Gaya Kali Mata Temple: बिहार के गया जिले में स्थित गया काली माता मंदिर अपने रहस्यमय स्वरूप और अनोखी परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यहां देवी मां की पूजा उनके पेट के रूप में की जाती है। भक्तों का मानना है कि मां के गर्भ में भक्ति और सिद्धि का गूढ़ रहस्य छिपा है। यही कारण है कि यहां भक्त अपनी मनोकामनाएं पूरी होने की अर्जी लगाते हैं।
कहा जाता है कि इस मंदिर की स्थापना द्वापर युग में हुई थी। तब से लेकर आज तक यहां पूजा-पाठ और परंपराएं निरंतर जारी हैं। आश्चर्य की बात यह है कि यहां देवी की मिट्टी या पत्थर की प्रतिमा नहीं बनाई जाती, बल्कि मां का प्रतीकात्मक रूप एक गर्भ-जैसे स्थान में पूजित है। यही स्थान मंदिर का सबसे पवित्र हिस्सा माना जाता है। यह मंदिर न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि आध्यात्मिक अनुभव और मानसिक शांति पाने का भी माध्यम है। यहां की अनूठी परंपराएं और रहस्यमय कथाएं हर भक्त को आकर्षित करती हैं और उनके मन में विश्वास की गहरी भावना जगाती हैं।

मां की दरबार में लगाते हैं अर्जी लगाते
भक्त जब यहां आते हैं, तो वे अपनी मनोकामनाओं को एक विशेष तरीके से मां के समक्ष प्रस्तुत करते हैं। जिसे ‘अर्जी लगाना’ कहा जाता है। ऐसा विश्वास है कि सच्चे मन से मां के पेट के दर्शन और अर्जी लगाने से हर इच्छा पूर्ण होती है। नवरात्रि और विशेष तिथियों पर यहां भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है। मंदिर में रोजाना भोग, आरती और विशेष पूजा का आयोजन होता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह स्थान सिर्फ एक तीर्थ नहीं, बल्कि आस्था और सिद्धि का केंद्र है, जहां आने से मन को शांति और आत्मिक ऊर्जा प्राप्त होती है।
