Edited By Sarita Thapa,Updated: 04 Nov, 2025 07:06 AM

05 नवंबर को कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस दिन के अवसर पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की उपासना करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
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Kartik Purnima 2025: 05 नवंबर को कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस दिन के अवसर पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की उपासना करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। पूर्णिमा तिथि पर पवित्र नदियों में स्नान करने का और जरूरतमंदों को दान करने का भी महत्व बताया गया है। कहते हैं कि इस दिन जो व्यक्ति दान करता है उसके जीवन में कभी भी धन और अन्न की कमी नहीं होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कार्तिक पूर्णिमा की तिथि के दिन कुछ कार्यों को करने की मनाही है और अगर कोई व्यक्ति इन कार्यों को गलती से भी कर लेता हैं, तो उसे कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। तो आइए जानते हैं कि इस दिन किन कार्यों को करने से बचना चाहिए।

कार्तिक पूर्णिमा का दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। इस पावन तिथि पर द्वार पर आने वाले किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को कभी भी खाली हाथ नहीं लौटाना चाहिए। साथ ही इस दिन किसी से भी कठोर या अपमानजनक शब्द नहीं बोलने चाहिए।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन घर के किसी भी कोने या कमरे में अंधेरा नहीं होना चाहिए। मान्यता है कि इस शुभ दिन यदि घर में अंधकार रहता है, तो मां लक्ष्मी वहां प्रवेश नहीं करतीं और दरवाजे से ही लौट जाती हैं।
हालांकि कि इस दिन को दान-पुण्य के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है, लेकिन इस दिन चांदी के बर्तन या दूध से संबंधित वस्तुओं का दान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से चंद्र दोष उत्पन्न होने की संभावना रहती है, जो आर्थिक परेशानियों का कारण बन सकता है।

इसके अलावा कार्तिक पूर्णिमा के दिन काले रंग के कपड़े धारण करने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि इस दिन इस रंग के वस्त्र धारण करना अशुभ माना जाता है। माना जाता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी अप्रसन्न हो सकती हैं। हो सके तो इस दिन गुलाबी रंग के कपड़े पहने, इन्हें शुभ माना जाता है। साथ ही इस दिन फटे पुराने कपड़े भी न पहनें।
इस दिन को पाठ पूजा के लिए बेहद शुभ माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन मां लक्ष्मी की पूरे विधि विधान से पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। ऐसे में घर में साफ सफाई और सात्विक वातावरण बना कर रखें। पूर्णिमा के दिन तामसिक भोजन स परहेज़ करें साथ ही मदिरा आदि से भी दूर रहें। कहते हैं जो भी जातक इस दिन इन कार्यों को करता है उससे मां लक्ष्मी कूपित हो जाती है।
