Edited By Niyati Bhandari,Updated: 11 Jan, 2021 11:10 AM
लोहड़ी पर्व उत्तर भारत का एक प्रसिद्ध त्योहार है। लोहड़ी मकर संक्रांति के एक दिन पहले मनाई जाती है। दक्षिण भारत में लोहड़ी को पोंगल के रुप में मनाया जाता है।
Lohri And Makar Sankranti 2021- लोहड़ी पर्व उत्तर भारत का एक प्रसिद्ध त्योहार है। लोहड़ी मकर संक्रांति के एक दिन पहले मनाई जाती है। दक्षिण भारत में लोहड़ी को पोंगल के रुप में मनाया जाता है।
Significance of Lohri- इस वर्ष सन् 2021 ई. को लोहड़ी का पर्व 13 जनवरी बुधवार को है। 14 जनवरी मकर संक्रांति की पूर्वसंध्या पर इस त्यौहार का उल्लास रहता है। रात्रि में खुले स्थान में परिवार और आस-पड़ोस के लोग मिलकर आग के किनारे घेरा बना कर बैठते हैं। फिर अग्नि का पूजन कर अर्घ दिया जाता है उसके बाद रेवड़ी, मूंगफली, चिरवड़े आदि खाए जाते हैं। जिन परिवारों में लड़के का विवाह होता है अथवा जिन्हें पुत्र प्राप्ति होती है, उनसे पैसे लेकर मुहल्ले या गांव भर में बच्चे ही बराबर बराबर रेवड़ी बांटते हैं।
When is Makar Sankranti 2021- मकर संक्रांति के दिन सूर्य का राशि परिवर्तन सुबह 8:5 पर होगा। भगवान सूर्य नारायण धनु से मकर राशि में प्रवेश करेंगे तत्पश्चात मकर-संक्रांति का शुभारंभ होगा। मकर संक्रांति का पुण्यकाल रात 10:46 तक रहेगा। वर्ष 2021 में आने वाली इस संक्रांति का वाहन सिंह (व्याघ्र) एवं उपवाहन गज (हाथी) है। इस रोज़ सूर्य देव की विशेष पूजा करने का विधान है। जो लोग मकर संक्रांति पर पवित्र नदियों में स्नान और दान करते हैं, उन्हें सामान्य दिनों से कई गुना अधिक पुण्य फल प्राप्त होता है।