Edited By ,Updated: 03 Jan, 2017 02:40 PM
मंगलवार के दिन हनुमान पूजा का विधान है। हनुमान जी के साथ ही मंगल ग्रह की पूजा करने का भी महत्व है। मंगल ग्रह को मंगलकर्ता, दुखहर्ता, ऋणहर्ता माना
मंगलवार के दिन हनुमान पूजा का विधान है। हनुमान जी के साथ ही मंगल ग्रह की पूजा करने का भी महत्व है। मंगल ग्रह को मंगलकर्त्ता, दुखहर्त्ता, ऋणहर्त्ता माना गया है। कुंडली में मंगल ग्रह के दोषपूर्ण होने से कई प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ता है। कुंडली में मंगल दोषपूर्ण होने पर अलग-अलग तरह के कष्ट होते हैं। जिनके समाधान के लिए अलग-अलग उपाय किए जाते हैं। कुछ उपायों को अपनाने से मंगल दोष का निवारण होकर हनुमानजी प्रसन्न होते हैं।
* जल में लाल मसूर बहाने से घर के क्लेश दूर होते हैं अौर मंगल दोष से भी मुक्ति मिलती है।
* गुड़ अौर आटे का दान करने से रोगों से छुटकारा मिलता है।
* रेवड़ी को मीठे जल में प्रवाहित करने से विद्या की प्राप्ति होती है।
* ऋणमोचक मंगल स्रोत का पाठ स्वयं करें या किसी युवा ब्राह्मण संन्यासी से कराएं। इससे बढ़ रहे कर्ज से मुक्ति मिलती है।
* मांगलिक दोषों से युक्त जातक को हनुमान चालीसा का पाठ एवं गणेश जी और मंगल यंत्र की पूजा करना लाभकारी रहता है।
* प्रत्येक मंगलवार व्रत रखें और हनुमान मंदिर जाएं। ऐसा करने से मंगल के प्रभाव को कम किया जा सकता है।