Edited By Niyati Bhandari,Updated: 18 Jul, 2025 02:24 PM

Mirror vastu tips: वास्तु शास्त्र में शीशे की दिशा का भी काफी महत्व है। इसकी दिशा और स्थान घर की ऊर्जा तथा वातावरण पर प्रभाव डाल सकते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, शीशे को उच्च स्थानों पर स्थापित करना शुभ माना जाता है।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Mirror vastu tips: वास्तु शास्त्र में शीशे की दिशा का भी काफी महत्व है। इसकी दिशा और स्थान घर की ऊर्जा तथा वातावरण पर प्रभाव डाल सकते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, शीशे को उच्च स्थानों पर स्थापित करना शुभ माना जाता है।
आपके घर में शीशे की एक आदर्श दिशा दक्षिण-पूर्व या पश्चिम-पूर्व होनी चाहिए। इससे सुबह का प्रकाश और सात्विक ऊर्जा शीशे में प्रवेश करती है तथा आपको मानसिक सुकून देती है।

दक्षिण-पश्चिम दिशा शीशे के लिए अधिक आदर्श मानी जाती है क्योंकि यह प्रमुख ऊर्जा स्थान है और इससे आपको शांति, स्थिरता तथा सुख की अनुभूति होती है।
वास्तु शास्त्र में भोजन कक्ष में आईने का इस्तेमाल शुभ माना जाता है। भोजन कक्ष में परिवार और मित्रों के साथ मिलकर भोजन करते हैं और बातचीत करते हैं। बड़े आकार के आईने का उपयोग यहां पर दिशा और ऊर्जा के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।

भोजन कक्ष में बड़े-से आईने को पश्चिम दिशा में लगाना शुभ है।
टूटा हुआ शीशा आपके घर में अशुभता लाता है और नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। इसलिए टूटा शीशा रखने या इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
