Edited By Jyoti,Updated: 04 Dec, 2021 12:19 PM

नैल्सन मंडेला दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति बनने के बाद अपने सुरक्षा कर्मियों के साथ एक रेस्तरां में खाना खाने गए। सबने अपनी-अपनी पसंद के खाने का आर्डर दिया और खाने के आने का इंतजार करने लगे।
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नैल्सन मंडेला दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति बनने के बाद अपने सुरक्षा कर्मियों के साथ एक रेस्तरां में खाना खाने गए। सबने अपनी-अपनी पसंद के खाने का आर्डर दिया और खाने के आने का इंतजार करने लगे।
उस समय मंडेला की सीट के सामने की टेबल पर बैठा एक व्यक्ति भी भोजन आने का इंतजार कर रहा था। मंडेला ने अपने सुरक्षाकर्मी को कहा कि उसे भी अपनी टेबल पर बुला लो। ऐसा ही हुआ। खाना आने के बाद सभी खाना खाने लगे। वह आदमी भी अपना खाना खाने लगा, पर उसके हाथ खाते हुए कांप रहे थे।
खाना खत्म कर वह आदमी सिर झुका कर होटल से निकल गया। उस आदमी के जाने के बाद मंडेला के सुरक्षा अधिकारी ने उनसे कहा कि वह व्यक्ति शायद बहुत बीमार था, खाते वक्त उसके हाथ लगातार कांप रहे थे और उसका शरीर भी कांप रहा था।
मंडेला ने कहा नहीं, ऐसा नहीं है। वह उस जेल का जेलर था जिसमें मुझे रखा गया था। कभी मुझे जब यातनाएं दी जातीं और मैं कराहते हुए पानी मांगता तो वह मेरे ऊपर पेशाब करता था।
मंडेला ने कहा मैं अब राष्ट्रपति बन गया हूं। उसने समझा कि मैं भी उसके साथ ऐसा ही व्यवहार करूंगा। पर मेरा यह चरित्र नहीं है। मुझे लगता है बदले की भावना से काम करना विनाश की ओर ले जाता है। वहीं धैर्य और सहिष्णुता की मानसिकता हमें विकास की ओर ले जाती है।