Edited By Niyati Bhandari,Updated: 02 Oct, 2025 02:00 PM

Vastu tips for Peepal tree: वास्तु शास्त्र में पीपल के वृक्ष को अत्यंत पवित्र और देववृक्ष माना गया है। शास्त्रों के अनुसार इसमें भगवान विष्णु, ब्रह्मा और शिव का वास होता है। यही कारण है कि पीपल के पेड़ की पूजा करना पुण्यदायी माना गया है। जब यह पेड़...
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Vastu tips for Peepal tree: वास्तु शास्त्र में पीपल के वृक्ष को अत्यंत पवित्र और देववृक्ष माना गया है। शास्त्रों के अनुसार इसमें भगवान विष्णु, ब्रह्मा और शिव का वास होता है। यही कारण है कि पीपल के पेड़ की पूजा करना पुण्यदायी माना गया है। जब यह पेड़ घर की छत पर अपने आप उग आता है, तो वास्तु दृष्टि से इसे शुभ नहीं माना जाता। छत पर पीपल का बढ़ना भवन की नींव और दीवारों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसका फैलाव छत की संरचना को कमजोर कर देता है। वास्तु दोष के अनुसार यह घर के सुख-शांति और स्थिरता में बाधा उत्पन्न कर सकता है।

घर की छत पर उग आया पीपल का पेड़ भले ही पवित्र हो लेकिन वास्तु के अनुसार यह घर की मजबूती और शांति के लिए ठीक नहीं है। अतः इसे तुरंत हटाना चाहिए परंतु धार्मिक विधि का पालन करते हुए। जब आप श्रद्धा और विधि से पीपल के पौधे को सुरक्षित स्थान पर रोपित करेंगे, तो यह न केवल आपके घर से वास्तु दोष दूर करेगा, बल्कि आपको भगवान विष्णु और देव वृक्ष का आशीर्वाद भी प्रदान करेगा।

वास्तु शास्त्र के अनुसार क्या उपाय करें
पेड़ को काटें नहीं – पीपल के पेड़ को सीधा काटना अथवा उखाड़ना अशुभ माना जाता है।
विधि-विधान से स्थानांतरित करें – शनिवार या अमावस्या के दिन, पीपल को सावधानीपूर्वक मिट्टी सहित गमले में निकालें। फिर उसे किसी मंदिर, बगीचे या खाली स्थान में रोपित करें।
पूजा करें – स्थानांतरित करने से पहले दीपक जलाकर भगवान विष्णु और पीपल देवता से क्षमा प्रार्थना करें।
जल अर्पण – रोपण के बाद नियमित रूप से पेड़ को जल अर्पित करें, इससे पुण्य फल मिलेगा।
दान करें – इस कार्य के बाद गरीबों या जरूरतमंदों को दान करना शुभ माना जाता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार क्या न करें
छत पर पेड़ को कुल्हाड़ी या आरी से न काटें।
इसे जड़ सहित नष्ट करना वास्तु और धार्मिक दृष्टि से हानि कर सकता है।
बिना पूजा और संकल्प के इसे हटाना परिवार में नकारात्मक ऊर्जा ला सकता है।
