Edited By Niyati Bhandari,Updated: 25 Dec, 2025 10:28 AM

Putrada Ekadashi 2025 Remedies: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व माना गया है। मान्यता है कि एकादशी के दिन विधिपूर्वक व्रत और भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति को धन, वैभव, सुख-शांति और मां लक्ष्मी की विशेष कृपा...
Putrada Ekadashi 2025 Remedies: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व माना गया है। मान्यता है कि एकादशी के दिन विधिपूर्वक व्रत और भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति को धन, वैभव, सुख-शांति और मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। साल 2025 की अंतिम एकादशी, यानी पौष पुत्रदा एकादशी, 30 दिसंबर को श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई जाएगी। शास्त्रों के अनुसार, यह एकादशी विशेष रूप से संतान सुख प्रदान करने वाली मानी जाती है।

पुत्रदा एकादशी 2025 का धार्मिक महत्व
पुत्रदा एकादशी का व्रत वर्ष में दो बार रखा जाता है—
एक बार श्रावण मास में
दूसरी बार पौष मास में
पौष माह की पुत्रदा एकादशी संतान प्राप्ति, संतान के स्वास्थ्य, दीर्घायु और उन्नति के लिए अत्यंत फलदायी मानी जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जिन दंपतियों को संतान सुख प्राप्त नहीं हो रहा है, उन्हें यह व्रत अवश्य करना चाहिए। इस व्रत के प्रभाव से घर में जल्द ही किलकारी गूंजने के योग बनते हैं।

पुत्रदा एकादशी 2025 तिथि और शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार—
एकादशी तिथि प्रारंभ: 30 दिसंबर 2025, सुबह 7:50 बजे
एकादशी तिथि समाप्त: 31 दिसंबर 2025, सुबह 5:00 बजे
पारण तिथि: 31 दिसंबर 2025
पारण का शुभ समय: दोपहर 1:26 बजे से 3:31 बजे तक
व्रत का पारण शुभ मुहूर्त में करना अत्यंत आवश्यक माना गया है।

साल की अंतिम एकादशी पर करें ये विशेष उपाय
यदि आप चाहते हैं कि नया साल सुख-समृद्धि और खुशहाली से भरा रहे, तो पुत्रदा एकादशी के दिन इन उपायों को अवश्य अपनाएं—
पीपल के नीचे दीपदान
एकादशी के दिन पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और
“ॐ नमो नारायणाय नमः” मंत्र का जाप करें।
इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा और आर्थिक स्थिरता आती है।
विष्णु जी को भोग और गौ सेवा
भगवान विष्णु को केले का भोग लगाएं और घी लगी रोटी पर गुड़ रखकर गाय को खिलाएं।
इस उपाय से धन-धान्य में वृद्धि और पारिवारिक सुख मिलता है।
पंचामृत से अभिषेक
एकादशी के दिन भगवान विष्णु का दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल से अभिषेक करें।
यह उपाय करियर, व्यापार और नौकरी में उन्नति के लिए अत्यंत शुभ माना गया है।
तुलसी के पास दीपक जलाएं
शाम के समय तुलसी माता के पास घी का दीपक जलाएं।
इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन-संपत्ति की कभी कमी नहीं रहती।
पुत्रदा एकादशी 2025, साल की अंतिम एकादशी होने के कारण विशेष महत्व रखती है। इस दिन श्रद्धा, संयम और नियमपूर्वक किया गया व्रत और पूजा जीवन में संतान सुख, समृद्धि, सौभाग्य और शांति लेकर आती है।
