Edited By Prachi Sharma,Updated: 13 Sep, 2025 08:18 AM

Sanwalia Seth Temple Donation: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित श्री सांवलिया सेठ मंदिर में इस बार भक्तों ने दिल खोलकर दान दिया है। 22 अगस्त को खोली गई दानपेटियों की गिनती लगातार नौ दिनों तक चली, जिसमें नकद, सोना, चांदी और विदेशी मुद्रा शामिल...
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Sanwalia Seth Temple Donation: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित श्री सांवलिया सेठ मंदिर में इस बार भक्तों ने दिल खोलकर दान दिया है। 22 अगस्त को खोली गई दानपेटियों की गिनती लगातार नौ दिनों तक चली, जिसमें नकद, सोना, चांदी और विदेशी मुद्रा शामिल रही। मंदिर में इस बार 28 करोड़ रुपये से अधिक की राशि, लगभग पौने दो किलो सोना और 143 किलो से ज्यादा चांदी चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुई है।
चरणबद्ध तरीके से हुई गिनती
दानपेटी की गिनती श्री सांवलिया सेठ की राजभोग आरती के बाद शुरू की गई थी, जो मंदिर समिति के अधिकारियों व सदस्यों की निगरानी में हुई।
पहले चरण में ₹8.90 करोड़
दूसरे चरण में ₹4.60 करोड़
तीसरे चरण में ₹3.86 करोड़
इसके बाद के चरणों में क्रमशः ₹2.50 करोड़, ₹2.10 करोड़, ₹84 लाख, ₹42 लाख, ₹1.50 करोड़ और ₹22.12 लाख की नकदी गिनी गई।
यह पहली बार हुआ है कि गिनती नौ चरणों में पूरी की गई, जबकि सामान्यतः यह प्रक्रिया 6-7 राउंड में समाप्त हो जाती है।
चढ़ावे में कीमती धातुएं भी
नकद राशि के अलावा मंदिर को इस बार 1 किलो 835 ग्राम सोना और 143 किलो 780 ग्राम चांदी भी चढ़ावे में प्राप्त हुई है। इसके साथ-साथ विदेशी मुद्रा भी दानपेटियों से निकली है, जो मंदिर की लोकप्रियता को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी दर्शाती है।
भक्तों की अनोखी आस्था
यह भी देखा गया है कि कई भक्त अपने व्यापार में सांवलिया सेठ को पार्टनर मानते हैं। जब उनका कार्य सफल होता है या कोई मन्नत पूरी होती है, तो वे उस लाभ का तय हिस्सा भगवान को अर्पित करने मंदिर पहुंचते हैं। यही आस्था मंदिर को न केवल भक्ति का बल्कि धार्मिक समर्पण का एक बड़ा केंद्र बनाती है।
बढ़ती भक्ति, बढ़ता चढ़ावा
प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचते हैं। नियमित मासिक चढ़ावा अब 28 करोड़ रुपये के पार पहुंच चुका है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है और भक्तों की गहरी आस्था का प्रमाण भी।