Edited By Sarita Thapa,Updated: 26 Dec, 2025 11:47 AM

ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को न्याय का देवता और कर्मफल दाता माना जाता है। शनि जब भी अपनी चाल बदलते हैं या किसी राशि पर अपनी दृष्टि डालते हैं, तो जीवन में बड़े उलटफेर होना निश्चित है।
Shani Transit 2026 Prediction : ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को न्याय का देवता और कर्मफल दाता माना जाता है। शनि जब भी अपनी चाल बदलते हैं या किसी राशि पर अपनी दृष्टि डालते हैं, तो जीवन में बड़े उलटफेर होना निश्चित है। साल 2026 ज्योतिषीय दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है क्योंकि इस दौरान शनि देव की स्थिति कई राशियों के लिए करो या मरो जैसी स्थिति पैदा करने वाली है। अगर आपने अच्छे कर्म किए हैं तो आप राज करेंगे, लेकिन लापरवाही बरती तो मुश्किलें बढ़ सकती हैं। तो आइए जानते हैं वो कौन सी 5 राशियां हैं जिनकी शनि देव 2026 में कड़ी परीक्षा लेने वाले हैं।
मेष राशि
साल 2026 में मेष राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या का असर देखने को मिल सकता है। बनते हुए कामों में रुकावट आना या काम का बोझ बढ़ना आपको परेशान कर सकता है। यह समय आपके आत्मबल को परखने का होगा।
मंत्र: वाद-विवाद से दूर रहें और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए साढ़ेसाती का प्रभाव कम होने लगेगा, लेकिन जाते हुए शनि अक्सर कड़े सबक सिखाकर जाते हैं। सेहत और पारिवारिक रिश्तों को लेकर आपको सावधान रहना होगा।
मंत्र: स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न बरतें और बुजुर्गों का सम्मान करें।

वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों के लिए भी शनि की स्थिति चुनौतीपूर्ण रहने वाली है। आपको अपनी मेहनत का फल उम्मीद से थोड़ा देरी से मिलेगा, जिससे झुंझलाहट हो सकती है। शनि यहां आपकी एकाग्रता की परीक्षा लेंगे।
मंत्र: धैर्य न खोएं, शनिवार के दिन तिल के तेल का दीपक जलाना आपके लिए शुभ होगा।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए साढ़ेसाती का अंतिम दौर चलेगा। शनि यहां जाते-जाते आपकी मेहनत का हिसाब करेंगे। करियर में अचानक बदलाव या स्थान परिवर्तन के योग बन सकते हैं।
मंत्र: कार्यक्षेत्र में अनुशासन बनाए रखें, शनि देव आपकी मेहनत का फल जरूर देंगे।
मीन राशि
2026 में मीन राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती का सबसे महत्वपूर्ण चरण होगा। इस दौरान आपको मानसिक तनाव और आर्थिक उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। शनि देव आपकी धैर्य की परीक्षा लेंगे।
मंत्र: फिजूलखर्ची से बचें और किसी पर भी आंख मूंदकर भरोसा न करें।

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ