Edited By Sarita Thapa,Updated: 28 Dec, 2025 11:27 AM

नए साल 2026 का स्वागत भगवान भोलेनाथ के दर्शन के साथ करने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु ओंकारेश्वर पहुंच रहे हैं।
Omkareshwar New Year Guidelines 2026 : नए साल 2026 का स्वागत भगवान भोलेनाथ के दर्शन के साथ करने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु ओंकारेश्वर पहुंच रहे हैं। भारी भीड़ और नर्मदा नदी के घाटों पर होने वाली संभावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए खंडवा जिला प्रशासन ने एक बड़ा और सख्त फैसला लिया है।
30 दिसंबर से 1 जनवरी तक पाबंदी
प्रशासनिक आदेश के अनुसार, 30 दिसंबर 2025 से 1 जनवरी 2026 तक नर्मदा नदी में सभी प्रकार के निजी और व्यावसायिक नाव संचालन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह निर्णय विशेष रूप से श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए लिया गया है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
हालिया नाव हादसा: हाल ही में ब्रह्मपुरी घाट पर श्रद्धालुओं से भरी एक नाव पलटने की घटना सामने आई थी। गनीमत रही कि सभी 11 यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया, लेकिन इस घटना ने प्रशासन को सतर्क कर दिया है। नए साल पर यहां करीब 5 से 7 लाख श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना है। इतनी बड़ी संख्या में लोगों का नदी पार करना जोखिम भरा हो सकता है। प्रशासन फिलहाल सभी नावों के लाइसेंस और फिटनेस की जांच भी कर रहा है ताकि भविष्य में हादसों को टाला जा सके।
यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण बदलाव
नाव बंद होने के कारण इन तीन दिनों में श्रद्धालु नाव के जरिए नर्मदा परिक्रमा का हिस्सा नहीं बन पाएंगे। शहर के अंदर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। श्रद्धालुओं को नए बस स्टैंड से मंदिर तक पहुंचने के लिए ऑटो या पैदल मार्ग का सहारा लेना पड़ रहा है।
तीर्थनगरी के लगभग सभी होटल और धर्मशालाएं पूरी तरह भर चुकी हैं। दर्शन के लिए भक्त रात से ही कतारों में लग रहे हैं। कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सुरक्षा नियमों का पालन करें, घाटों पर सावधानी बरतें और प्रशासन द्वारा तय किए गए रास्तों का ही उपयोग करें।
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