Edited By Jyoti,Updated: 12 Nov, 2019 09:35 AM
बलाचौर: सुप्रीम कोर्ट द्वारा श्री राम मंदिर जन्मभूमि के पक्ष में ऐतिहासिक निर्णय आने से पूरे भारत, भारतीयता, भारतीय संस्कृति और करोड़ों हिंदुओं की आस्था को न्याय मिला है।
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बलाचौर: सुप्रीम कोर्ट द्वारा श्री राम मंदिर जन्मभूमि के पक्ष में ऐतिहासिक निर्णय आने से पूरे भारत, भारतीयता, भारतीय संस्कृति और करोड़ों हिंदुओं की आस्था को न्याय मिला है। आज का दिन सनातन संस्कृति, परम शाश्वत सत्य एवं प्राकृत न्याय के लिए विजय दिवस है। यह कहना है गौ सेवा मिशन के परमाध्यक्ष व पूरे भारतवर्ष के गौ भक्तों, गौ सेवकों एवं गौशाला संचालकों के प्रेरक स्वामी कृष्णानंद महाराज का।
स्वामी कृष्णानंद महाराज ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से राम जन्मभूमि पर मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त होना सैंकड़ों वर्षों से हजारों तपस्वी साधु-संतों, लाखों रामभक्त साधकों एवं गृहस्थ मनीषियों के अथक जप-तप-भागवत नाम संकीर्तन, आराधना-अनुष्ठानों और अडिग़ श्रद्धा व विश्वासयुक्त सतत् परिश्रम का सुखद परिणाम है। यह दिन राम मंदिर निर्माण आंदोलन में अनेक वीरों के बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि का अवसर भी है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने और श्री राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने के बाद अब केंद्र सरकार, शासन, समाज और न्यायपालिका को गौ हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के कार्य में तत्परता से अपना कत्र्तव्य निर्वाह करना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि स्वामी कृष्णानंद महाराज द्वारा कई वर्षों से श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण और संपूर्ण गौ रक्षा हेतु चित्रकूट, नई दिल्ली, बीनेवाल कुटिया, चांदपुर रुड़की गौशाला सहित दर्जनों स्थानों पर श्री राम जय-जय राम का अखंड हरि नाम संकीर्तन करवाया जा रहा है। इस हेतु उनका हजारों-लाखों जनमानस को हनुमान चालीसा पाठ की प्रेरणा देकर 108 करोड़ हनुमान चालीसा का देश व्यापी अभियान भी पुरजोर जारी है।