Edited By Sarita Thapa,Updated: 22 Sep, 2025 06:01 AM

लफ्ज ही तो होते हैं इंसान का आईना। सूरत का क्या है वह उम्र और हालात से बदल ही जाती है। जैसा मन हो, वैसा मंजर होता है। मौसम तो इंसान के अंदर होता है।
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Smile please: लफ्ज ही तो होते हैं इंसान का आईना। सूरत का क्या है वह उम्र और हालात से बदल ही जाती है। जैसा मन हो, वैसा मंजर होता है। मौसम तो इंसान के अंदर होता है। इतने खुश रहो कि आपको देख दूसरे भी खुश हो जाएं।

यदि आपसे जीवन में कोई गलती हो गई है तो उसे स्वीकार करना सीखो। अपना मन हल्का नहीं करें बल्कि अपनी गलती को सुधारना सीखो। गलतियां तो इंसान को बहुत कुछ सीखा देती हैं। पैसा कहता है यदि आज आपने मुझे बचा लिया तो कल मैं तुम्हें जरूर बचा लूंगा। —डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
बीते हुए कल का अफसोस और आने वाले कल की चिंता, ये दोनों हमारी आज की खुशी को खत्म कर देती हैं। अपनी पत्नी से कभी ऊंची आवाज से बात मत करना क्योंकि वह तुम्हें हमेशा खुश रखती है। पापा कभी डांटे तो सिर झुका देना, आंख मत दिखाना। —जया किशोरी

भगवान को समझना चाहते हो तो भक्ति मार्ग पर चलना होगा। कन्हैया जब बछड़े चराकर आते थे तो यशोदा माता दरवाजे पर खड़ी इंतजार करती खड़ी होती थी। बांसुरी हमें सिखाती हैं कि बिना बुलाए बोलो नहीं और जब बोलो तो मीठा बोलो। इसीलिए भगवान को बांसुरी प्रिय है। यदि ये सारे गुण मनुष्य में आ जाएं तो वह पूर्ण मानव बन जाए। —मृदुल कृष्ण गोस्वामी
