Edited By Sarita Thapa,Updated: 08 Sep, 2025 06:02 AM

Vastu Tips: हमारे घरों में पूजा-पाठ की परंपरा बहुत पुरानी है और पूजा के दौरान फूलों का विशेष महत्व होता है। हर देवी-देवता को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग प्रकार के फूल चढ़ाए जाते हैं, जिससे उनकी कृपा प्राप्त होती है।
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Vastu Tips: हमारे घरों में पूजा-पाठ की परंपरा बहुत पुरानी है और पूजा के दौरान फूलों का विशेष महत्व होता है। हर देवी-देवता को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग प्रकार के फूल चढ़ाए जाते हैं, जिससे उनकी कृपा प्राप्त होती है। लेकिन कुछ फूल ऐसे होते हैं जिन्हें घर के मंदिर में भूलकर भी नहीं रखना चाहिए? ऐसा करने से न केवल पूजा का प्रभाव कम होता है, बल्कि जीवन में नकारात्मकता बढ़ सकती है। तो आइए जानते हैं कि मंदिर में कौन से फूलों को नहीं रखना चाहिए।

बासी या मुरझाए हुए फूल
मंदिर में केवल ताजे और सुगंधित फूल ही चढ़ाने चाहिए। बासी या मुरझाए फूल अशुद्ध माने जाते हैं और इन्हें भगवान को अर्पित करना अपशकुन माना जाता है। ऐसे फूल चढ़ाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास हो सकता है।
प्लास्टिक के फूल
कई लोग सजावट के लिए मंदिर में नकली फूल रखते हैं, लेकिन ये धार्मिक दृष्टिकोण से उचित नहीं माने जाते। पूजा में प्राकृतिक चीजों का उपयोग करना ही शुभ होता है। प्लास्टिक के फूलों में जीवन नहीं होता, इसलिए ये पूजा के लिए अनुपयुक्त माने जाते हैं।

कनेर का फूल
कनेर का फूल सुंदर होता है, लेकिन यह हर देवी-देवता को अर्पित नहीं किया जा सकता। विशेष रूप से विष्णु और लक्ष्मी जी की पूजा में इसे वर्जित माना गया है। मान्यता है कि यह फूल नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकता है।
अकौड़े का फूल
अकौड़े का फूल शिवजी को अर्पित किया जाता है, लेकिन इसे हर रोज मंदिर में नहीं रखा जाना चाहिए। यह फूल बहुत तेज प्रभाव वाला होता है, और अगर सही समय या विधि से न चढ़ाया जाए, तो इसका उल्टा असर भी हो सकता है।
