Edited By Niyati Bhandari,Updated: 12 Jul, 2025 02:00 PM

Vastu bedroom benefits: ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से घर के बैडरूम में शुक्र और चन्द्रमा का प्रभाव होता है। इस स्थान में गड़बड़ी होने से घर में अशांति होती है। पति-पत्नी के बीच अलगाव की नौबत आ जाती है, रिश्तों में दरार पड़ने लगती है। अगर आपके इस खास...
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Vastu bedroom benefits: ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से घर के बैडरूम में शुक्र और चन्द्रमा का प्रभाव होता है। इस स्थान में गड़बड़ी होने से घर में अशांति होती है। पति-पत्नी के बीच अलगाव की नौबत आ जाती है, रिश्तों में दरार पड़ने लगती है। अगर आपके इस खास कमरे में कोई वास्तुदोष हो जाएं तो, ये ही आपके बुरे स्वास्थ्य का कारण भी बनता है, आलस को दूर करने के स्थान पर कार्यक्षमता को कम कर देता है और पति-पत्नी के बीच की दूरियों का कारण बनता है।
बैडरूम के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा सर्वोत्तम मानी जाती है। इसके अलावा पश्चिम दिशा का भी प्रयोग किया जा सकता है लेकिन बैडरूम की दिशा उत्तर-पूर्व या दक्षिण-पूर्व में न हो तो अच्छा होगा। इससे दाम्पत्य जीवन में मुश्किलें आने की आशंका बढ़ जाती है। पति-पत्नी के बीच लड़ाई-झगड़े बढ़ सकते हैं।

उत्तर-पश्चिम का बैडरूम भी अक्सर जीवन में धन का नुक्सान और तनाव लेकर आता है। बैड रूम में पलंग पूर्व-पश्चिम या उत्तर-दक्षिण की ओर होना चाहिए। इंसान का सिर सोते समय हमेशा पूर्व या दक्षिण दिशा की ओर रहना चाहिए। हालांकि, गैस्ट रूम के बैड का सिरहाना पश्चिम हो सकता है। बैडरूम का पलंग लकड़ी का हो तो सर्वोत्तम होगा। लोहे या धातु का पलंग बहुत अच्छा नहीं होता। पलंग आयताकार या वर्गाकार होना चाहिए। गोल पलंग बिल्कुल न रखें। पलंग के नीचे जूते-चप्पल और सामान न रखें।

बैडरूम की दीवारों पर पिंक, क्रीम, हल्का हरा रंग सर्वोत्तम माना जाता है।

बहुत से लोग अपने शयन कक्ष में वॉस बेसिन लगवा लेते हैं। वास्तुशास्त्र के अनुसार यह रिश्तों में विश्वास को कम करता है और शक को बढ़ाता है। इसलिए दांपत्य जीवन को मजबूत करने के लिए कभी भी ऐसा न करें।
मेहमानों और दोस्तों को अतिथि गृह या ड्राइंग रूम में ही बैठाएं। अपने बेडरूम में हर किसी को नहीं लाना चाहिए। वास्तु के अनुसार यह शयन कक्ष में नकारात्मक उर्जा को बढ़ाता है जो रिश्ते में दूरियां बढ़ाने का काम करता है।
शयन कक्ष में आइना नहीं लगाना चाहिए। अगर लगाना बहुत जरूरी है तो ऐसे लगाएं कि बिस्तर से आपका चेहरा आइने में नहीं दिखे। बिस्तर के सामने आइना व्यक्ति के अंदर नकारात्मक उर्जा बढ़ाता है, जो आपके उत्साह को कम करता है।
आजकल बॉक्स वाले बेड का प्रचलन खूब चल रहा है। अगर आप भी इस तरह का बैड इस्तेमाल करते हैं तो इनमें कचरे और बिजली का सामान न रखें इससे रिश्तों में दूरियां बढ़ती हैं और अक्सर मन-मुटाव होता रहता है। बैड के नीचे जूते-चप्पल भी नहीं रखें।

बेडरूम में गमला नहीं रखना चाहिए। अगर गमला रखना हो तब कृत्रिम फूलों वाले गमले लगाएं।
वास्तु के अनुसार सिर सदा पूर्व या दक्षिण की तरफ करके सोना चाहिए। उत्तर या पश्चिम की तरफ सिर करके सोने से आयु क्षीण होती है तथा शरीर मे रोग उत्पन्न होते हैं। इसलिए इस दिशा में सिर कर न सोएं।
शयन कक्ष में पलंग को दक्षिण अथवा पश्चिमी दीवार से थोड़ा हटकर लगाना चाहिए।
शयनकक्ष में सोते समय पांव द्वार की तरफ नहीं होने चाहिए। इससे नकारात्मक उर्जा हावी होती है और पलंग भी द्वार के पास नहीं होना चाहिए।
