Edited By Sarita Thapa,Updated: 03 Nov, 2025 07:02 AM

हिंदू पंचांग के अनुसार, विवाह पंचमी वह पावन तिथि है जब भगवान श्रीराम और माता सीता का दिव्य विवाह संपन्न हुआ था। यह पर्व हर साल अगहन यानी मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर मनाया जाता है।
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Vivah Panchami: हिंदू पंचांग के अनुसार, विवाह पंचमी वह पावन तिथि है जब भगवान श्रीराम और माता सीता का दिव्य विवाह संपन्न हुआ था। यह पर्व हर साल अगहन यानी मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर मनाया जाता है। विवाह पंचमी मर्यादा और आदर्श प्रेम का प्रतीक माना जाता है। हर साल यह तिथि बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई जाती है, विशेष रूप से अविवाहित युवाओं और दांपत्य जीवन में सुख की कामना करने वालों के लिए यह अत्यंत शुभ होती है। नवंबर 2025 में पड़ने वाली यह पंचमी न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से खास है, बल्कि इसमें बन रहे योग और मुहूर्त भी शुभ फलदायक हैं। तो आइए जानते हैं इस साल विवाह पंचमी की तिथि, शुभ मुहूर्त और शुभ योग के बारे में-

विवाह पंचमी 2025 तिथि और मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 24 नवंबर को रात 09 बजकर 22 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 25 नवंबर को देर रात 10 बजकर 56 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, विवाह पंचमी 25 नवंबर मनाई जाएगी।

शुभ मुहूर्त और विशेष योग
विवाह पंचमी के दिन पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान के लिए कई शुभ मुहूर्त और उत्तम योग बन रहे हैं, जो इस दिन की पवित्रता को और बढ़ा रहे हैं।
| मुहूर्त का नाम |
शुभ समय |
महत्व |
| ब्रह्म मुहूर्त |
सुबह 05:04 बजे से 06:58 बजे तक |
सुबह की पूजा और ध्यान के लिए सर्वोत्तम। |
| विजय मुहूर्त |
दोपहर 01:53 बजे से 02:36 बजे तक |
हर कार्य में विजय और सफलता दिलाने वाला। |
| गोधूलि मुहूर्त |
शाम 05:22 बजे से 05:49 बजे तक |
संध्याकाल की पूजा के लिए अत्यंत पवित्र समय। |
| निशिता मुहूर्त |
रात 11:42 बजे से 12:35 बजे (26 नवंबर) तक |
रात्रि में पूजा और जाप के लिए शुभ। |

विवाह पंचमी पर बनने वाले विशेष योग
ध्रुव योग- यह योग कार्यों में स्थायित्व और दृढ़ता लाता है।
सर्वार्थ सिद्धि योग- यह बहुत ही कल्याणकारी योग है, जो सभी कार्यों में सफलता प्रदान करता है।
शिव वास योग- यह योग शुभता और सौभाग्य को बढ़ाता है।
