Edited By Niyati Bhandari,Updated: 05 Dec, 2025 07:40 AM

Kharmas 2025 December: सनातन धार्मिक परंपराओं में हर शुभ कार्य के लिए मुहूर्त का विशेष महत्व माना जाता है। विवाह, गृहप्रवेश, उपनयन और मुण्डन जैसे मांगलिक कार्य तभी किए जाते हैं, जब ग्रह-नक्षत्र अनुकूल हों। इसके विपरीत कुछ अवधि ऐसी भी होती हैं जब शुभ...
Kharmas 2025 December: सनातन धार्मिक परंपराओं में हर शुभ कार्य के लिए मुहूर्त का विशेष महत्व माना जाता है। विवाह, गृहप्रवेश, उपनयन और मुण्डन जैसे मांगलिक कार्य तभी किए जाते हैं, जब ग्रह-नक्षत्र अनुकूल हों। इसके विपरीत कुछ अवधि ऐसी भी होती हैं जब शुभ कार्यों पर पूर्ण विराम लगा दिया जाता है। आगामी समय में भी एक ऐसा ही दौर आने जा रहा है, जब लगभग दो महीने तक कोई भी मांगलिक कार्य संपन्न नहीं किए जाएंगे।
5 दिसंबर 2025 से शुरू होगा पौष मास, विवाह पर लगेगा पूर्ण विराम
ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार 05 दिसंबर 2025 से पौष मास की शुरुआत हो रही है। पौष मास को धार्मिक ग्रंथों में अशुभ एवं मांगलिक कार्यों के लिए वर्जित माना गया है। इस अवधि में विवाह, गृहप्रवेश, उपनयन, सगाई, मुण्डन व्रतारंभ एवं व्रत-उद्यापन जैसे सभी कार्यों का निषेध रहेगा।

15 दिसंबर 2025 को होगा शुक्र तारा अस्त
पौष मास के प्रारंभ के कुछ दिनों बाद एक और बड़ा खगोलिक परिवर्तन होगा। 15 दिसंबर 2025 (पौष कृष्ण एकादशी, सोमवार) से शुक्र तारा पूर्व दिशा में अस्त हो जाएगा। शास्त्रों में गुरु और शुक्र का उदित रहना शुभ मुहूर्त निर्धारण की अनिवार्य शर्त है। अतः शुक्रास्त होने के बाद विवाह, गृहप्रवेश, किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य करना पूर्ण रूप से वर्जित हो जाता है।
शुक्र तारा 02 फरवरी 2026 (फाल्गुन कृष्ण प्रतिपदा, सोमवार) को पश्चिम दिशा में पुनः उदित होगा। तभी से मांगलिक कार्यों की संभावनाएं पुनः बनने लगेंगी।

फिर लगेगा विराम: 23 फरवरी 2026 से शुरू होंगे होलिकाष्टक
शुक्र उदय होने के कुछ ही दिनों बाद एक और महत्वपूर्ण निषेधकाल शुरू होगा 23 फरवरी 2026 (फाल्गुन शुक्ल षष्ठी, सोमवार) से होलिकाष्टक की शुरुआत होगी।
होलिकाष्टक के दौरान गृहप्रवेश, विवाह, नए कार्यों की शुरुआत सख़्त रूप से वर्जित रहते हैं। यह अवधि 03 मार्च 2026 (फाल्गुन पूर्णिमा, मंगलवार) को समाप्त होगी।

कब फिर से शुरू होंगे शुभ विवाह मुहूर्त
इन तीन धार्मिक निषेध अवधियों पौष मास, शुक्र तारा अस्त, होलिकाष्टक के कारण 05 दिसंबर 2025 से 03 मार्च 2026 तक किसी भी प्रकार के शुभ विवाह या मांगलिक कार्य नहीं होंगे। होलिकाष्टक समाप्त होने के बाद ही नए मुहूर्त खुलेंगे और शुभ कार्यों की शुरुआत होगी।
