Edited By rajesh kumar,Updated: 19 Dec, 2020 01:07 PM
कोरोना संक्रमण के दुष्प्रभाव से उबर रहे बिहार में विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने अगले वर्ष चार जनवरी से चरणबद्ध तरीके से विद्यालय, महाविद्यालय तथा कोचिंग संस्थानों को खोलने का निर्णय लिया है।
एजुकेशन डेस्क: कोरोना संक्रमण के दुष्प्रभाव से उबर रहे बिहार में विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने अगले वर्ष चार जनवरी से चरणबद्ध तरीके से विद्यालय, महाविद्यालय तथा कोचिंग संस्थानों को खोलने का निर्णय लिया है।
आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में यह निर्णय हुआ
मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को यहां हुई आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। बैठक के बाद श्री कुमार ने बताया कि 04 जनवरी 2021 से विद्यालयों में नौवीं से बारहवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं का पठन-पाठन शुरू हो जाएगा। इस दौरान इन कक्षाओं के चलने के परिणाम की समीक्षा करने के बाद नौवीं कक्षा से नीचे की कक्षाओं को शुरू किया जाएगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने 18 जनवरी 2021 से नीचे की कक्षाओं को शुरू करने का निर्णय लिया है।
महाविद्यालयों के साथ ही कोचिंग संस्थान भी खुलेंगे
श्री कुमार ने बताया कि सरकार ने अगले वर्ष 04 जनवरी से महाविद्यालयों के साथ ही कोचिंग संस्थानों को भी खोलने का फैसला किया है। लेकिन, महाविद्यालयों में केवल अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की ही कक्षाएं संचालित होंगी। उन्होंने बताया कि इस दौरान जो भी कक्षाएं चलेंगी उनमें कुल क्षमता के 50 प्रतिशत विद्यार्थी ही शामिल होंगे। साथ ही कोचिंग संस्थानों को कक्षाएं संचालित करने की पूरी योजना संबंधित जिलाधिकारी को बतानी होगी।
कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन अनिवार्य
मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया कि कक्षाओं में कोरोना संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए जारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा। उन्होंने बताया कि सरकारी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को शिक्षा विभाग की ओर से दो-दो मास्क नि:शुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे। वहीं, अन्य विद्यालयों एवं कोचिंग संस्थानों को इसकी व्यवस्था खुद करनी होगी।