Edited By Rahul Rana,Updated: 22 Jun, 2025 02:50 PM

ईरान के परमाणु स्थलों पर अमेरिकी सैन्य कार्रवाई के बाद क्षेत्र में तनाव और भी बढ़ गया है। इस बीच, यमन की सेना ने खुलकर इजरायल के खिलाफ संघर्ष में ईरान का समर्थन करने का ऐलान किया है।
International Desk : ईरान के परमाणु स्थलों पर अमेरिकी सैन्य कार्रवाई के बाद क्षेत्र में तनाव और भी बढ़ गया है। इस बीच, यमन की सेना ने खुलकर इजरायल के खिलाफ संघर्ष में ईरान का समर्थन करने का ऐलान किया है। यमन की मिलिट्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट के जरिए स्पष्ट किया है कि वह इस युद्ध में ईरान के साथ खड़ी है। वहीं, लेबनान ने इस जंग में शामिल होने से साफ इनकार कर दिया है।
यमन ने युद्ध में कूदने का किया आधिकारिक एलान
यमन की सेना ने बयान जारी करते हुए कहा, "यमन अब आधिकारिक तौर पर युद्ध में शामिल हो जाएगा। सभी संबंधित पक्षों से अनुरोध है कि वे हमारी समुद्री सीमा से अपने जहाजों को दूर रखें।" इससे पहले भी यमन के हूती विद्रोहियों ने हमास और हिज़्बुल्लाह के समर्थन में इजरायल पर लगातार मिसाइल और रॉकेट हमले किए हैं। इसके अलावा यमन ने लाल सागर और अदन की खाड़ी में इजरायल और उसके समर्थक देशों के जहाजों को भी कई बार मिसाइल हमलों का निशाना बनाया है। यमन ने एक बार फिर इजरायल को सख्त चेतावनी जारी की है।
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पाकिस्तान ने भी किया अमेरिकी हमले की निंदा
ओमान के बाद पाकिस्तान ने भी ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर अमेरिकी हमलों की कड़ी निंदा की है। पाकिस्तान ने इसे एक गलत और अनुचित कदम करार देते हुए कहा कि इस तरह की कार्रवाइयाँ क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा हैं।