Edited By ,Updated: 02 Apr, 2016 02:30 PM

वॉशिंगटन में दो दिन चले परमाणु सुरक्षा सम्मेलन 2016 में हिस्सा लेकर प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब के लिए रवाना हो चुके हैं । उन्होंने इस सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी...
वॉशिंगटन: वॉशिंगटन में दो दिन चले परमाणु सुरक्षा सम्मेलन 2016 में हिस्सा लेकर प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब के लिए रवाना हो चुके हैं । उन्होंने इस सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की भूमिका बढ़ाए जाने पर जोर दिया । उन्होंने कहा कि परमाणु सुरक्षा के लिए प्रौद्यौगिकी का विकास करना और उसका प्रयोग करना बेहद जरूरी है । उन्होंने भारत की तरफ से उठाए जाने वाले छह कदमों का एलान किया।
- परमाणु सुरक्षा सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए पीएम मोदी ने बताया कि भारत हमेशा परमाणु सुरक्षा को अहमियत देगा । इसके लिए वह अपने स्ट्रॉन्ग फ्रेमवर्क, इंडिपेंडेंट रेग्युलेटरी एजेंसी के साथ ट्रेंड और स्पेशलिस्ट लोगों की ही मदद लेगा ।
- टेक्नोलॉजी के विकास और सही इस्तेमाल के साथ परमाणु आतंकवाद को रोकना और बचाने के लिए फिजिकल और साईबर बैरियरों की भी मदद ली जा सकती है।
- भारत न्यूक्लियर स्मगलिंग के खिलाफ मुहिम चलाएगा ।
- भारत चाहता है कि परमाणु सुरक्षा को लेकर जो भी स्ट्रैटजी बनाई जाए, उस पर एक संयुक्त बयान जारी किया जाए, ताकि तमाम बातें साफ हो सकें।
- भारत परमाणु सुरक्षा में आईएईए (इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी) को सपोर्ट करता है । इसके परमाणु सुरक्षा फंड में एक मिलियन डॉलर देंगे ।
- परमाणु सुरक्षा सम्मेलन में भारत तीन अहम बातों पर सहमत हो गया है इसमें भारत के एक सेंटर्स ऑफ एक्सलेंस द्वारा इसे मॉनिटर करना शामिल है ।