Edited By Tanuja,Updated: 29 Sep, 2025 07:48 PM

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले में तालिबान उग्रवादियों ने जासूसी के आरोप में कबायली बुजुर्ग हुसैन खान ओरकजई की गोली मारकर हत्या कर दी। हुसैन मोटरसाइकिल से घर जा रहे थे, तभी फतेह खान कोरोना इलाके में उन पर हमला हुआ।
Peshawar: तालिबान उग्रवादियों ने अफगानिस्तान की सीमा से लगे उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में जासूसी के आरोप में एक कबायली बुजुर्ग की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। खैबर पख्तूनख्वा के कुर्रम जिले में रविवार को आतंकवादियों ने ओरकजई जनजाति के सदस्य हुसैन खान ओरकजई की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार, हुसैन मोटरसाइकिल से सराह घोरगा पुस्तोनी से बागान की ओर जा रहे थे कि तभी फतेह खान कोरोना इलाके में उग्रवादियों ने उन पर घात लगाकर हमला कर दिया।
उग्रवादियों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, जिससे हुसैन की मौके पर ही मौत हो गई। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के एक स्थानीय गुट ‘काजिम ग्रुप' ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए आरोप लगाया कि हुसैन को उग्रवादी समूह की कथित जासूसी गतिविधियों के लिए निशाना बनाया गया। उग्रवादियों ने मस्जिद के लाउडस्पीकरों से इलाके में जनाजे की नमाज और शव को दफन किये जाने पर प्रतिबंध की घोषणा की। नतीजतन, शव को पेशावर ले जाया गया और बड़ाबेर गांव में दफनाया गया। पुलिस ने घटना की जांच शुरू करने की पुष्टि की।