गाजा युद्ध की तबाही पर UN की रिपोर्ट: मलबा हटाने में 10 साल, उपजाऊ जमीन लौटाने में लगेंगे 25 साल

Edited By Updated: 07 Oct, 2025 09:38 PM

un report on gaza war devastation 10 years to clear debris

गाजा युद्ध को पूरे दो साल हो चुके हैं और इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र (UN) ने एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की है, जिसमें युद्ध से हुई तबाही और मानवीय संकट की गंभीरता पर चेतावनी दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गाजा के पुनर्निर्माण में कम से कम एक दशक और...

इंटरनेशनल डेस्कः गाजा युद्ध को पूरे दो साल हो चुके हैं और इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र (UN) ने एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की है, जिसमें युद्ध से हुई तबाही और मानवीय संकट की गंभीरता पर चेतावनी दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गाजा के पुनर्निर्माण में कम से कम एक दशक और भूमि को फिर से खेती योग्य बनाने में करीब 25 साल का समय लग सकता है।

गाजा की तबाही का पैमाना

इजराइल के लगातार हवाई हमलों और ज़मीनी कार्रवाई से गाजा मलबे का शहर बन चुका है। गाजा की 80% इमारतें पूरी तरह या आंशिक रूप से तबाह हो चुकी हैं। अब तक लगभग 5.1 करोड़ टन मलबा जमा हो चुका है। इस मलबे को हटाने में करीब 100 लाख करोड़ रुपये का खर्च आएगा। युद्ध से कुल 4.5 ट्रिलियन डॉलर (373 लाख करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ है।

UN रिपोर्ट के अनुसार, मलबा हटाने के लिए भारी मशीनरी और उपकरणों की सीमित पहुंच है, क्योंकि अधिकांश इलाकों को "मिलिट्री ज़ोन" घोषित किया गया है। इससे पुनर्निर्माण की प्रक्रिया बेहद धीमी हो जाएगी।

खेती पर पड़ा भारी असर

युद्ध का असर सिर्फ रिहायशी ढांचे पर ही नहीं, बल्कि गाजा की कृषि भूमि पर भी गहरा पड़ा है। 1500 एकड़ खेती योग्य जमीन पूरी तरह प्रभावित हो चुकी है। सिर्फ 232 एकड़ जमीन ही अब फसल उगाने के लायक बची है। यानी 98.5% कृषि भूमि अब बंजर हो चुकी है।

2022 तक गाजा कृषि उत्पादों का प्रमुख निर्यातक था। यहां से बड़ी मात्रा में स्ट्रॉबेरी (32%), टमाटर (28%), खीरा (15%) और अन्य सब्जियां जैसे बैंगन, मिर्च, आलू, तोरी, और शकरकंद का निर्यात होता था। अब कृषि भूमि की बर्बादी से गाजा में फूड सिक्योरिटी और आजिविका पर गहरा संकट छा गया है।

ज़हरीली मिट्टी और प्रदूषित पानी

रिपोर्ट के अनुसार, इजराइली हमलों के दौरान इस्तेमाल किए गए विस्फोटक और रासायनिक हथियारों ने गाजा की मिट्टी को ज़हरीला बना दिया है। मिट्टी में केमिकल का स्तर तीन गुना तक बढ़ चुका है। 83% सिंचाई के कुएं अब काम नहीं कर रहे और ज़्यादातर प्रदूषित हैं। गाजा की 90% आबादी अब सुरक्षित पेयजल से वंचित है।

अस्पताल, स्कूल और आवास सब खंडहर

गाजा के बुनियादी ढांचे की स्थिति बेहद खराब है — 94% अस्पताल और 90% स्कूल पूरी तरह तबाह हो चुके हैं। युद्ध से पहले 36 अस्पताल काम कर रहे थे, अब सिर्फ कुछ ही सक्रिय हैं। 23 लाख की आबादी में से 90% लोग बेघर हो चुके हैं।गाजा का 80% इलाका अब मिलिट्री ज़ोन घोषित है।

मानवीय तबाही का आंकड़ा

7 अक्टूबर 2023 को हमास के इजराइल पर हमले से यह युद्ध शुरू हुआ था। हमास के हमले में 1,200 इजराइली मारे गए और 251 लोगों को बंधक बना लिया गया। इजराइल के जवाबी हमलों में 66,158 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें 18,430 बच्चे शामिल हैं। करीब 39,384 बच्चों ने अपने माता-पिता में से किसी एक को खोया है।

भविष्य की चिंता

UN रिपोर्ट के अनुसार, यह संघर्ष सिर्फ एक मानवीय आपदा नहीं, बल्कि पर्यावरणीय और आर्थिक संकट भी है, जिसके प्रभाव दशकों तक महसूस किए जाएंगे। गाजा की मिट्टी, जलस्रोत, और बुनियादी ढांचे को पुनर्जीवित करने में कम से कम 25 साल लग सकते हैं।

संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि गाजा के पुनर्निर्माण में तत्काल मानवीय सहायता, तकनीकी संसाधन, और पर्यावरणीय समर्थन दिया जाए, ताकि आने वाली पीढ़ियों को इस विनाश के बोझ से बचाया जा सके।

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